
शरद पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
Maharashtra News: महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचाने वाली खबर सामने आ रही है कि शरद पवार, जिनकी एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) राज्य की प्रमुख राजनीतिक ताकतों में से एक है, मुंबई में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को हराने के लिए अपने ‘पावरगेम’ को सक्रिय करने की योजना बना रहे हैं। इस बार उनका मुख्य लक्ष्य मुंबई की बीएमसी (Brihanmumbai Municipal Corporation) चुनावों में बीजेपी को शिकस्त देना है, ताकि शिवसेना यूबीटी का प्रभाव कायम रहे और महाविकास आघाड़ी (MVA) का एकजुट मोर्चा बना रहे।
राज ठाकरे की मनसे (मनसे) और उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के बीच तल्खी के बीच शरद पवार का ‘पावरगेम’ महत्वपूर्ण हो गया है। पवार चाहते हैं कि कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और मनसे के बीच समझौता हो, ताकि बीजेपी को हराया जा सके। शरद पवार के करीबी नेताओं और विधायकों का कहना है कि पवार दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से चर्चा करेंगे, ताकि मुंबई में बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनाई जा सके। उनके करीबी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने इस बात के संकेत दिए हैं कि बीजेपी को पराजित करना उनका मुख्य उद्देश्य है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि शरद पवार के दबाव में कांग्रेस नेतृत्व, शिवसेना यूबीटी को अपने कोटे से सीटों के साथ गठबंधन करने की अनुमति दे सकता है। मुंबई के 227 वार्डों में शिवसेना यूबीटी ने मनसे को 70 सीटों की पेशकश की है। सूत्रों के मुताबिक, बाकी सीटों पर शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी और सपा (समाजवादी पार्टी) मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं।
जितेंद्र आव्हाड ने स्पष्ट किया कि मनसे का मुंबई में अच्छा जनाधार है और अगर वे गठबंधन में शामिल होते हैं, तो मराठी वोटों का विभाजन टल जाएगा, जिससे गठबंधन को बेहतर सफलता मिल सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि केवल मनसे ही नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों को भी साथ लेकर एक मजबूत गठबंधन बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
महाराष्ट्र के राजनीति में चल रहे इस ‘पावरगेम’ से महाविकास आघाड़ी (MVA) के टूटने की आशंका भी जताई जा रही है। शरद पवार के इस कदम से, जहां एक तरफ बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता को बल मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी के बीच के रिश्तों में और कन्फ्यूजन हो सकता है।
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महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार का यह ‘पावरगेम’ कितनी दूर तक असर दिखाएगा, यह आने वाले दिनों में साफ होगा। मुंबई बीएमसी चुनावों में बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच की जंग एक नई दिशा में जा सकती है, और यदि पवार अपने मिशन में सफल हो जाते हैं, तो यह महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।






