संजय निरुपम, संजय राउत (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के सांसद संजय राउत अपने एक विवादित बयान को लेकर एक बार फिर राजनीतिक तूफान के केंद्र में आ गए हैं। राउत ने नेपाल में हुई। हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे हालात भारत में भी बन सकते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका का उदाहरण देते हुए दावा किया कि भारत की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है।
संजय राउत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा- “यह हादसा किसी भी देश में हो सकता है। सावधान रहिए! भारत माता की जय! वंदे मातरम!” उन्होंने इस पोस्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भाजपा को टैग भी किया। राउत ने आगे कहा कि केंद्र की मोदी सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों के कारण ही बची हुई है।
राउत का यह बयान आते ही राजनीति गरमा गई। शिंदे गुट की शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और राउत को देशद्रोही भाषा का प्रयोग करने वाला करार दिया। निरुपम ने कहा कि अगर राउत ने 24 घंटे के भीतर अपना बयान वापस नहीं लिया और माफी नहीं मांगी तो वे उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे। साथ ही उन्होंने मांग की कि पुलिस को खुद संज्ञान लेकर भी राउत के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए।
निरुपम ने कहा कि भारत में करीब 70 से 75 लाख नेपाली रहते हैं, जो हमारे भाई हैं। लेकिन अगर कोई भारत को अस्थिर करने की साजिश करेगा तो नेपाली भी उसका विरोध करेंगे। उन्होंने राउत पर आरोप लगाया कि वे बार-बार पड़ोसी देशों की अस्थिरता को भारत से जोड़कर हिंसा भड़काने की कोशिश करते हैं। यह रवैया न केवल संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है बल्कि देश को अस्थिर करने वाली मानसिकता भी दिखाता है।
यह पहली बार नहीं है जब राउत पर ऐसे आरोप लगे हैं। इससे पहले भी वे श्रीलंका और बांग्लादेश की घटनाओं को भारत की स्थिति से जोड़ चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राउत का यह बयान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।
फिलहाल सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि राउत अपने बयान पर सफाई देते हैं या फिर निरुपम अपनी धमकी के मुताबिक उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की ओर बढ़ते हैं।
संजय राउत ने कहा कि भारत में भी नेपाल जैसे हालात बन सकते हैं। निरुपम ने बयान को देशद्रोही करार दिया और 24 घंटे में माफी न मिलने पर पुलिस शिकायत की चेतावनी दी।