मंत्री कोकाटे (pic credit; social media)
Rummy Video Controversy: खेल मंत्री माणिक कोकाटे ने नाशिक जिला एवं सत्र न्यायालय में विधायक रोहित पवार से माफी मांगने की जोरदार अपील की है। मामला मानसून सत्र के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक ‘रमी खेलते मंत्री’ के वीडियो का है। मंत्री कोकाटे का कहना है कि यह वीडियो एडिट किया गया है और उनके खिलाफ बदनाम करने की कोशिश है।
कोकाटे ने अदालत में बयान दर्ज कराते हुए कहा कि उन्होंने कभी विधान परिषद में मोबाइल फोन लेकर रमी नहीं खेली। उन्होंने बताया कि इस वीडियो ने उनके और उनकी पार्टी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। इसलिए रोहित पवार को इसे अपलोड करने के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
मंत्री के वकील मनोज पिंगले ने अदालत को बताया कि पवार को नोटिस देने के बावजूद उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कोकाटे ने यह भी सवाल उठाया कि रोहित पवार विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं, तो उन्होंने यह वीडियो कैसे बनाया और यह उनके पास कैसे आया। उनके अनुसार मोबाइल फोन विधान परिषद के भीतर ले जाना प्रतिबंधित है, इसलिए वीडियो अवैध रूप से तैयार किया गया।
इस मामले की सुनवाई गुरुवार, 9 अक्टूबर को फिर से होगी। महाराष्ट्र में यह मामला राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नया विषय बनता दिख रहा है। विपक्ष और समर्थक दोनों ही इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के नेताओं के बयान सामने आते ही सोशल मीडिया में भी मामला चर्चा का विषय बन गया। जनता में भी इसे लेकर मतभेद देखने को मिल रहे हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक चाल बता रहे हैं, तो कई लोग मंत्री की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने की कोशिश मान रहे हैं।
राजनीतिक और कानूनी पृष्ठभूमि के साथ-साथ यह मामला मीडिया और जनता की नजरों में भी बना हुआ है। अदालत के फैसले के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वीडियो का असली सच क्या है और क्या रोहित पवार को माफी मांगनी होगी।
मंत्री कोकाटे का कहना है कि उन्हें न्याय और प्रतिष्ठा दोनों की सुरक्षा चाहिए। उनका उद्देश्य न केवल अपने व्यक्तिगत सम्मान की रक्षा करना है बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं और जनता के विश्वास को भी बनाए रखना है।