बीएमसी अस्पतालों में कैशलेस इलाज (pic credit; social media)
Cashless treatment in BMC hospitals: बीएमसी ने नागरिकों को बेहतर और निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब मनपा के अंतर्गत आने वाले प्रमुख और उपनगरीय अस्पतालों में इंटिग्रेटेड पेशंट्स हेल्थकेअर स्किम असिस्टन्स (IPHSAS) प्रणाली लागू की जा रही है।
इस प्रणाली के माध्यम से मरीज अब विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे और कैशलेस तरीके से उठा पाएंगे। पहले मरीज आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना और महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना के तहत सेवाएं ले पा रहे थे। नई प्रणाली के तहत अब उन्हें राष्ट्रीय आरोग्य निधि, हेल्थ मिनिस्टर डिस्क्रनिशरी ग्रांट, कर्मचारी राज्य विमा योजना और अन्य सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।
मनपा अधिकारियों ने बताया कि IPHSAS प्रणाली से मरीजों को अस्पताल में लंबी प्रक्रियाओं से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी। मरीज सीधे अस्पताल में पहुंचकर अपने पहचान पत्र और योजना कार्ड के जरिए कैशलेस इलाज का लाभ उठा सकेंगे। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि अस्पताल में भीड़ और कागजी कार्यवाही में भी कमी आएगी।
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह प्रणाली विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान साबित होगी। मरीजों को इलाज के दौरान किसी प्रकार का आर्थिक दबाव नहीं झेलना पड़ेगा और आवश्यक दवाओं और टेस्ट का लाभ तुरंत मिल सकेगा।
मनपा आयुक्त ने कहा कि शहर के अस्पतालों में यह प्रणाली शीघ्र पूरी तरह लागू कर दी जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने स्वास्थ्य लाभ योजनाओं की जानकारी रखें और सुविधा का सही इस्तेमाल करें। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि सभी अस्पताल स्टाफ को नई प्रणाली के प्रशिक्षण से लैस किया जाए ताकि मरीजों को निर्बाध सेवाएं मिलें।
IPHSAS प्रणाली के लागू होने से मुंबई शहर के लाखों नागरिकों को कैशलेस और सहज स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी। यह कदम मनपा की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक पारदर्शी, प्रभावी और आधुनिक बनाने की दिशा में एक अहम पहल है।