पालघर में आदिवासी विकास (pic credit; social media)
Tribal development in Palghar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में जनजातीय कार्य मंत्रालय ने देशभर में ‘आदि कर्मयोगी’ नामक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का मकसद आदिवासी समुदाय का समग्र विकास सुनिश्चित करना और उन्हें विकसित भारत 2047 की दृष्टि से जोड़ना है।
पालघर जिला प्रशासन ने इस पहल को तेजी से लागू करते हुए जिले के 654 गांवों में इसे चलाने का निर्णय लिया है। जिला कलेक्टर डॉ. इंदु रानी जाखड़ ने सोमवार को बताया कि यह अभियान केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर गांव तक सरकारी सेवाओं को प्रभावी ढंग से पहुंचाने और जमीनी स्तर पर नेतृत्व तैयार करने पर केंद्रित होगा।
जिला कलेक्टर कार्यालय में अभियान को लेकर एक दिवसीय अभिमुखता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ‘आदि कर्मयोगी’ अभियान की रूपरेखा और उद्देश्यों से अवगत कराया गया।
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इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव के लिए ‘ग्राम विजन 2030’ योजना तैयार की जाएगी। इसके तहत स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, स्वच्छता, पोषण और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में ठोस सुधार की कार्ययोजना बनेगी।
डॉ. जाखड़ ने कहा कि ‘आदि कर्मयोगी’ सेवा, दृढ़ संकल्प और समर्पण के मूल्यों पर आधारित है। यह न केवल आदिवासी समाज को सशक्त बनाएगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस अभियान के जरिये गांवों में युवाओं को प्रशिक्षित कर नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी ताकि वे विकास की धारा को आगे बढ़ा सकें। इससे आदिवासी समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने के साथ उनकी परंपराओं और संस्कृति को भी संरक्षित करने में मदद मिलेगी।