कला संवाद की प्रदर्शनी का उद्घाटन (pic credit; social media)
Mumbai Art Dialogue Exhibition: मुंबई कला और तकनीक का अनोखा संगम देखने को मिला जब सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार और बेलारूस के राजदूत अलियाकारांद्र मात्सुको ने ‘कला संवाद’ की अनफॉरगेटेबल मेमोरीज एवं मुंबई मानसून प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी प्रभादेवी स्थित पु. ल. देशपांडे महाराष्ट्र कला अकादमी में 21 सितंबर तक आम जनता के लिए खुली रहेगी।
इस प्रदर्शनी की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें देश की महान विभूतियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के जरिए बनाए गए चित्रों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई है। यह पहली बार है जब पितृपक्ष के अवसर पर प्रबुद्ध लोगों की याद को एआई की कला से जीवंत करने का प्रयास किया गया है।
प्रदर्शनी में जिन महापुरुषों को शामिल किया गया है, उनमें अहिल्याबाई होलकर, जमशेदजी जीजीभॉय, प्रेमचंद रायचंद जैन, लोकमान्य तिलक, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और वीर सावरकर जैसे नाम शामिल हैं। इन चित्रों के जरिए समाज और मानवता की नींव रखने वाले इन महान लोगों के योगदान को नए अंदाज में पेश किया जा रहा है।
प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर आशीष शेलार ने कहा कि यह पहल कला जगत को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि परंपरा और तकनीक का ऐसा संगम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगा। वहीं, राजदूत मात्सुको ने भारत और बेलारूस के सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने की बात कही।
‘मुंबई मानसून’ प्रदर्शनी का हिस्सा भी खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसमें शहर के बारिश के अनोखे रंग, भीगे गलियों की रौनक और मानसून की उमंग को चित्रों में उतारा गया है। आयोजकों का कहना है कि यह प्रदर्शनी केवल कला का प्रदर्शन नहीं, बल्कि समाज और इतिहास के महापुरुषों के प्रति आभार व्यक्त करने का माध्यम भी है। 21 सितंबर तक लोग इस प्रदर्शनी का हिस्सा बनकर न सिर्फ एआई कला को नजदीक से देख सकेंगे बल्कि कला और संस्कृति के इस अनोखे संगम का अनुभव भी कर पाएंगे।