दहेज, घरेलू हिंसा के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान शुरू। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी दहेज के खिलाफ और हिंसा मुक्त महाराष्ट्र के लिए 22 जून से राज्यव्यापी अभियान शुरू करेगी। यह कदम हाल ही में पुणे में 26 वर्षीय एक महिला की मौत की पृष्ठभूमि में उठाया गया है। राकांपा से निष्कासित नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी हगवणे ने 16 मई को पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड के बावधन इलाके में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
वैष्णवी के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उन्होंने शादी के समय 51 तोला (करीब 595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी गाड़ी हगवणे परिवार को दी थी। इसके बावजूद वैष्णवी को प्रताड़ित किया जा रहा था और जमीन खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये लाने की खातिर उस पर दबाव बनाया जा रहा था।
सुले ने एक बयान में कहा, “दहेज के कारण वैष्णवी हगवणे की मौत हृदय को झकझोर देती है। यह बेहद क्रोधजनक है कि महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य, जिसने देश को महिला सशक्तिकरण की राह दिखाई, वहां एक बेटी को इस तरह की दर्दनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। यह हर संवेदनशील व्यक्ति के मन को व्यथित कर देता है।” सुले ने कहा, “केवल गुस्सा और दुःख जताना पर्याप्त नहीं होगा, हमें जागरूकता और बदलाव के लिए मजबूत और सक्रिय कदम उठाने होंगे।
22 जून से हम राज्य स्तर पर दहेज हत्या और घरेलू हिंसा खत्म करने के लिए एक अभियान शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए समाज के सभी वर्गों और सभी संस्थानों की भागीदारी जरूरी होगी।” बारामती से सांसद और राकांपा (एनसीपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुले ने कहा कि केवल ऐसे अभियान के माध्यम से ही ‘दहेज मुक्त महाराष्ट्र और हिंसा मुक्त परिवार’ का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है और यही वैष्णवी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)