
सांक्तिक तस्वीर
Navy sailor theft in Mumbai: मुंबई पुलिस ने तेलंगाना के आसिफाबाद से गिरफ्तार किए गए भारतीय नौसेना के जूनियर नाविक राकेश दुब्बाला और उसके बड़े भाई उमेश दुब्बाला की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। राकेश, जिसने देश की सेवा करने की शपथ ली थी, उसी ने अपने भाई के साथ मिलकर मुंबई में सनसनीखेज चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 12वीं पास राकेश को वर्ष 2023 में ‘अग्निवीर बैच’ के माध्यम से भारतीय नौसेना में भर्ती किया गया था। वह अगस्त 2024 से मार्च 2026 तक मुंबई के नेवी नगर में तैनात था। इसी दौरान उसने अपराध की साजिश रची।
राकेश ने 4 सितंबर को अपने भाई उमेश को मुंबई बुलाया और दोनों कोलाबा के एक सस्ते होटल में ठहरे। पहले राकेश ने भाई को मुंबई घूमाया और फिर वारदात की तैयारी शुरू कर दी। जांच में सामने आया है कि नेवी नगर में प्रवेश करते वक्त राकेश ने सामान्य टी-शर्ट और जींस पहनी थी ताकि किसी को शक न हो। बाद में उसने कपड़े बदलकर शर्ट पहन ली और अपनी पहचान छुपाने की कोशिश की।
पुलिस का कहना है कि राकेश ने नौसेना में अपनी तैनाती का फायदा उठाया और सुरक्षा तंत्र को चकमा देने की कोशिश की। वारदात के बाद वह गायब हो गया और फरारी के दौरान कई जगह ठहरता रहा। आखिरकार पुलिस ने तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज की मदद से दोनों भाइयों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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इस गिरफ्तारी ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है बल्कि नौसेना जैसे अनुशासित बल की छवि पर भी सवाल खड़े किए हैं। सूत्रों के अनुसार, राकेश के खिलाफ नौसेना के स्तर पर भी कोर्ट मार्शल की कार्रवाई हो सकती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अब यह जांच कर रही है कि चोरी के पीछे सिर्फ निजी लालच था या फिर कोई बड़ी साजिश रची गई थी। अधिकारियों का मानना है कि किसी प्रशिक्षित सैनिक का इस तरह अपराध की राह पर चलना पूरे सिस्टम के लिए खतरे की घंटी है।
फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है और चोरी में शामिल अन्य संभावित साथियों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।






