मुंबई कांग्रेस (सौ. सोशल मीडिया )
Maharashtra Local Body Election: मुंबई महानगर पालिका के आगामी चुनावों के मद्देनजर मुंबई कांग्रेस ने अपने उत्तर भारतीय वोट बैंक को फिर से साथ लाने की कवायद शुरू कर दी है। मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने उत्तर भारतीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एड। अवनीश तीर्थराज सिंह को उत्तर भारतीयों को फिर से जोड़ने के अभियान पर लगाया है।
चुनाव से पहले एक महत्वाकांक्षी और सामरिक पहल के तहत ‘संवाद उत्तर भारतीयों से’ नामक एक विशेष जनसंपर्क अभियान रविवार से शुरू किया गया। यह अभियान सीधे तौर पर मुंबई की लगभग 30-35% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर भारतीय मतदाताओं को केंद्रित है, जो शहर के कई प्रमुख वार्डों एवं चुनाव क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
मुंबई में उत्तर भारतीय मूल के निवासी, जिनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश से आए लोग शामिल हैं, महालक्ष्मी, रे रोड, शिवडी, वडाला, धारावी, कुर्ला, बांद्रा, खार, सांताक्रुज, जोगेश्वरी, गोरेगांव, मालाड, कांदिवली बोरीवली सहित पूर्वी उपनगर में भी काफी बड़ी संख्या में रहते हैं। चुनावों में मुंबई में उत्तर भारतीय वोटर हमेशा ही निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।
इसी उत्तर भारतीय वोट बैंक की बदौलत कभी मुंबई में कांग्रेस की तूती बोलती थी। लेकिन बाद में इस वोट बैंक में बीजेपी की सेंध लग गई। मुंबई हाथ से निकलने का खामियाजा कांग्रेस को पूरे देश में भुगतना पड़ा है।
अब इस सच्चाई को महसूस करने की वजह से मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने अब अपना ध्यान मुंबई के उत्तर भारतीयों पर फिर से केंद्रित किया है। इसलिए अवनीश की अगुवाई में उत्तर भारतीयों के प्रभाव वाले क्षेत्रों के ऑटो-रिक्शा चालकों, टैक्सी ड्राइवरों, छोटे दुकानदारों, फेरीवालों और श्रमिकों तक पहुंचने का प्रयास शुरू किया गया है।
अभियान के पहले चरण का आयोजन रविवार को गोरेगांव के आरे कॉलोनी सेक्टर 8 में किया गया, जहां कांग्रेस नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा सांसद वर्षा ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव के समय चर्म और मंदिर-मस्जिद जैसे मुद्दों से जनता की समस्याओं से ध्यान भटकाती है।
भाजपा की नजर अब आरे डेयरी की जमीनों पर है।5m उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा उत्तर भारतीयों का वोट तो लेती है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती और न ही उन्हें उचित राजनीतिक तवज्जो देती है।
गायकवाड़ ने आरे तबेले और दुग्ध व्यवसाय को खत्म करने के प्रयास पर चिंता व्यक्त की, तो वहीं पूर्व मंत्री और विधायक असलम शेख ने आश्वासन दिया कि बीएमसी घोषणा पत्र में उत्तर भारतीयों की समस्याओं को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा और सता में आने पर उन्हें हल किया जाएगा। उन्होंने भाषा की राजनीति करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस मुद्दों पर बात करना चाहती है।
इसी तरह पूर्व उप महापौर राजेश शर्मा ने मांग की कि आरे तबेले के किराएदारी को मालिकाना हक मिलना चाहिए। उन्होंने दापचरी के तबेलों में सुविधाओं की कमी और मुंबई से उत्तर भारत के लिए पांच स्टॉप वाली विशेष ट्रेनों आवश्यकता की जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।
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