सिडको फ्लाईओवर (सोर्स:सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: सिडको पुल पर मोटाई (थिकनेस) में भारी अंतर व तकनीकी गड़बड़ियां पाई गईं हैं। शहर के फ्लाई ओवर पर मौजूद पुराने लेयर को पूरी तरह हटाकर ही नया लेयर बिछाने का सुझाव सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों की तकनीकी समिति ने दिया है।
समिति ने चेताया कि यदि पुराने लेयर पर ही नया लेयर डाल दिया गया, तो पुल इतना भार सहन नहीं कर पाएगा। इसका स्पष्ट उल्लेख इंडियन रोड कॉन्ग्रेस (IRC) 2013 के सेक्शन 2811. 2 में किया गया है।
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों की समिति कीरिपोर्ट पर बाम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद खंडपीठ में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने शहर की सड़कों की खराब हालत व प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर प्रश्न उठाए। अदालत ने कहा कि खोदी गई सड़कों को समय पर ठीक नहीं किया गया।
न्यायमूर्ति विभा कंकणवाड़ी व हितेन वेनेगांवकर ने लोक निर्माण विभाग व मनपा को तीन सप्ताह के भीतर शपथपत्र देकर स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए है। याचिकाकर्ता (पार्टी-इन-पर्सन) को भी सड़कों व पुलों की वर्तमान स्थिति बताने वाला शपथपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया गया।
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उच्च न्यायालय के आदेश पर शहर के 7 पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट पहले ही किया जा चुका है। समिति ने सभी सात पुलों का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया। संरचना, मोटाई, मजबूती व सुरक्षा संबंधी खामियां सूचीबद्ध की व 10 अगस्त 2023 को अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश की।
रिपोर्ट के बावजूद संबंधित विभागों ने आवश्यक मरम्मत व सुधार कार्य समय पर नहीं किए। खंडपीठ ने अधिवक्ता रूपेश जायसवाल को शपथ-पत्र दाखिल करने के लिए कहा है।