पंकजा मुंडे (सौजन्य-आईएएनएस)
Mumbai News: महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे के निजी सहायक अनंत गर्जे की पत्नी डॉ. गौरी गर्जे की कथित खुदकुशी का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. पुलिस ने इस मामले में अनंत उसके भाई और बहन के खिलाफ गौरी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. लेकिन इसी के साथ मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है और विरोधी मंत्री पंकजा को इसमें घसीटने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. इसी विवाद की पृष्ठभूमि में मंत्री पंकजा मुंडे ने बीड जिला स्थित घर जाकर गौरी के पिता अशोक पालवे तथा माता अलकनंदा पालवे से मुलाकात की और गौरी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि गौरी के जीवन में घट रही घटनाओं की जानकारी उन्हें नहीं थी. अन्यथा वह अनंत को दो तमाचा जड़ देतीं.
मंत्री पंकजा मुंडे ने बीड जिले के शिरूर कासार तालुका के पिंपलनेर गांव में गौरी के माता-पिता से मुलाकात की. पंकजा को देखते ही गौरी के पिता दहाड मारकर रो पड़े. इससे पंकजा भी भावुक हो गईं. परिवार ने पंकजा को अपनी व्यथा सुनाई और उनसे इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई. इस मौके पर गौरी के परिवार ने दावा किया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है.
पंकजा ने गौरी के पिता और मां के समक्ष अपने पर लग रहे अनंत को बचाने के प्रयास से संबंधित आरोपों पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि मुझे गौरी को हो रहे परेशानी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. भगवान बाबा और मुंडे साहब की कसम खाकर कहती हूं कि मैंने इस मामले में किसी को फोन नहीं किया और न ही किसी को बचाने की कोशिश की. उन्होंने आगे कहा कि मेरे पास दस पीए हैं.
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वेतनभोगी कर्मचारियों के घर में क्या चल रहा है, यह मुझे कैसे पता होगा. यह सब बाद में मुझे समझ आया. इसी के साथ उन्होंने ने गौरी के परिवार को विश्वास दिलाया कि इस गुनाह में शामिल कोई भी बचेगा नहीं. मामले में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. अनंत गर्जे ने अपराध किया है तो उसे सजा जरूर मिलेगी. गर्जे मेरा पीए था, लेकिन इसमें मेरा क्या दोष है?”