एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस-उद्धव ठाकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों के हमले में 27 निहत्थे हिंदू पर्यटकों की नृशंस हत्या की घटना के कारण पूरे देश में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस घटना में महाराष्ट्र के 6 पर्यटक आतंकियों की गोली के शिकार बन गए तो वहीं कई अन्य घायल भी हुए। हमले के बाद कश्मीर में फंसे महाराष्ट्र के पर्यटकों को वापस लाने के लिए महाराष्ट्र की महायुति सरकार के दो प्रमुख पहलगाम पहुंच गए। लेकिन दोनों मंत्रियों के अलग-अलग पहलगाम पहुंचने से महायुति में टॉप लेवल पर कलह (मतभेद) होने चर्चा जोर पकड़ने लगी है। दावा किया जा रहा है कि खासकर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का पहलगाम जाने बीजेपी चिढ़ गई है।
पहलगाम आतंकी हमले की घटना के बाद राज्य की महायुति सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए सराहनीय प्रयास किया। घटना के बाद एनसीपी राष्ट्रीय अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी की ओर से कुछ ऐसे बयान सामने आए जिनमें यह दिखाने का प्रयास किया गया कि पर्यटकों को वापस लाने की पूरी जिम्मेदारी अजित के ही कंधों पर है।
इसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने संकट मोचक मंत्री गिरीश महाजन को सीधे पहलगाम भेज दिया। तो पीछे-पीछे डीसीएम शिंदे भी पहलगाम पहुंच गए। वह न सिर्फ पहलगाम गए बल्कि उक्त हमले में मारे गए एक मात्र मुस्लिम शख्स के परिजनों को उन्होंने पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी। यह बीजेपी को रास नहीं आया। क्योंकि एक सरकार के दो मंत्रियों के अलग-अलग पहलगाम पहुंचने और पीड़ितों से अलग-अलग मिलने की वजह से विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) को महायुति पर आपदा में अवसर तलाशने का आरोप लगाने का मौका मिल गया है।
शिवसेना (यूबीटी) पार्टी की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने सत्तारूढ़ महायुति पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के बीच भाई-भतीजावाद की राजनीति चल रही है। ऐसा लगता है जैसे वे मौत का जश्न मनाना चाहते हैं। एकनाथ शिंदे का वीडियो सामने आया है, आप पृष्ठभूमि संगीत के रूप में विभिन्न गाने सुन सकते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह समूह वहां किसी का दुख बांटने नहीं गया था, वे बस चमकने गए थे।
हमें सरकार के रूप में मिलकर काम करना होगा। चूंकि मुख्यमंत्री फडणवीस ने सरकार की ओर से मंत्री गिरीश महाजन को जम्मू-कश्मीर भेजा है, इसलिए किसी और को वहां जाने की जरूरत नहीं है। इस दुखद अवसर पर महायुति सरकार के घटक दल आपसी झगड़े और श्रेय की राजनीति में महाराष्ट्र को मजाक बना रहे हैं। क्या एकनाथ शिंदे समानांतर सरकार चला रहे हैं? या फिर एकनाथ शिंदे फडणवीस की बात सुनने को तैयार नहीं हैं?
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राजस्व मंत्री व बीजेपी महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा शायद विरोधियों को इस बात से दुख हो रहा है कि महायुति के तीनों नेता मिलकर काम कर रहे हैं। राज्य सरकार ने पहलगाम में पर्यटकों पर गोलीबारी की खबर मिलते ही तुरंत कदम उठाया। हमने अपने पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया।अब तक श्रीनगर से मुंबई के लिए दो उड़ानें हो चुकी हैं और अधिक उड़ानों की व्यवस्था की जा रही है।