
गुलाबराव पाटिल
Maharashtra News: उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता व जलापूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल का विवादों से पुराना नाता रहा है. राज्य में हो रहे स्थानीय निकायों के चुनावों की पृष्ठभूमि में मंत्री पाटिल ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया. निकाय चुनाव (नगर पंचायत और नगर परिषद) से ठीक पहले, जल आपूर्ति मंत्री पाटील ने नासिक जिले के भगुर में मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 1 दिसंबर की रात को चारपाई बिछाकर घर के बाहर ही सोना. लक्ष्मी (पैसा) आएगी. उनके ‘खुले ऑफर’ को निकाय चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. उनके बयान को प्रलोभन देनेवाला करार दिया जा रहा है तो वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के चुनाव लड़ने की शैली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
भगुर नगर परिषद के लिए 2 दिसंबर को मतदान होना है. यहां बीजेपी और राकां (अजीत पवार) के गठबंधन से शिवसेना शिंदे गुट का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. शिवसेना उम्मीदवार के प्रचार के लिए आयोजित सभा में मंत्री पाटिल ने उपस्थिति दर्ज कराई. इस दौरान उन्होंने कई विवादित बयान दिए हैं, जिनसे नया विवाद खड़ा होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. मंत्री पाटिल ने मतदाताओं से कहा कि रात में लक्ष्मी आकर कहेगी, ‘उठ भक्त, क्या सोया है, उठ जा, मैं तुम पर प्रसन्न हूं! उन्होंने आगे कहा कि 18 नवंबर को भी लक्ष्मी इसी तरह आई थी. लक्ष्मी काफी घूमी. अपने इस बयान के जरिए उन्होंने संकेत दिए कि 18 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान भी काफी पैसा बांटा गया था. उनका यह बयान चुनावी आचार संहिता का सरेआम मजाक माना जा रहा है. प्रत्यक्ष तौर पर पैसे की ही बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि आधी रात को खून देने वाले लोग आपके सामने खड़े किए हैं. अब वे (विरोधी) मटन देंगे, तो खा लेना लेकिन बटन अपना अर्थात धनुष बाण का दबाना. लोगों ने तय कर लिया है कि किसकी बैंड बजानी है.
पाटिल ने नाम लिए बगैर बीजेपी और अजीत गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वे झगड़ा लगाएंगे, वे मुस्लिम भाइयों से कहेंगे, शिवसेना बेकार है. वे छोटे बच्चों की तरह डराते हैं. लेकिन शिवसेना कभी जाती नहीं देखती. भले ही हमें विधानसभा चुनाव में मुसलमानों के कम वोट मिले लेकिन हमने कोई शिकायत नहीं की. हमने सभी के लिए पानी की स्कीम लाई है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां सिर बीजेपी का , हाथ NCP के, कमर शिवसेना यूबीटी की, पैर मनसे के हैं. हमारे पास पूरी शिवसेना है. क्या उनकी लव मैरिज चलेगी? पार्टी सरकार के लिए सुबह 4 बजे तक काम करने वाले उफ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हमारे पास हैं।
अजीत के वित्त मंत्रालय वाले बयान पर पाटिल ने कहा कि नगर विकास विभाग हमारे पास है. उसमें पैसा है. मैंने चुनाव क्षेत्र में बौद्ध मठ के लिए काम किया. सर्व समाज के लिए काम किया, शिंदे साहब ने चुनाव क्षेत्र में 350 करोड़ रुपए दिए.
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आम लोगों से अपने जुड़ाव की वजह बताते हुए मंत्री पाटिल इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने नारायण राणे, भुजबल, एखनाथ शिंदे के साथ-साथ अपना भी अतीत इस दौरान बताया. पाचिल ने कहा कि नारायण राणे क्या करते थे, फिर उन्होंने खुद ही जवाब दिया, ‘वे मुर्गियां बेचते थे.’ भुजबल कौन थे? महात्मा भाजी मार्केट में सब्जियां बेचते थे, मैं पान की गुमटी लगाता था. एकनाथ शिंदे ऑटो रिक्शा चलाते थे, बालासाहेब ने हम छोटे लोगों को बड़ा बनने का मौका दिया.






