महाराष्ट्र में बारिश (सौजन्य-IANS)
Maharashtra Weather Update: महाराष्ट्र में इस समय भारी बारिश हो रही है, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण में भारी बारिश हो रही है। रविवार से हो रही भारी बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई है, जिसमें मराठवाड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सोमवार को 13 जिलों के 166 मंडलों में भारी बारिश दर्ज की गई। अचानक हुई बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं।
मराठवाड़ा के आठ में से पांच जिलों में भारी बारिश हुई, जिसमें बीड में सबसे अधिक 143.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद नांदेड़ में 131.6 मिमी और जालना में 121.4 मिमी बारिश हुई। यह आंकड़े मंगलवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि के हैं। राज्य की कई नदियां उफान पर है और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे बीड और अहिल्यानगर सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
इन क्षेत्रों में बचाव एवं राहत अभियान चलाया गया और 120 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया एनडीआरएफ ने स्थानीय प्रशासन को लोगों को निकालने और आपातकालीन राहत कार्यों में सहायता के लिए राज्य भर में 12 टीम तैनात की हैं। राज्य एजेंसियों और जिला प्रशासनों ने भी दमकल, पुलिस इकाइयों और स्थानीय स्वयंसेवकों को तैनात किया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, बीड जिले में पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई तथा नागपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। छत्रपति संभाजीनगर, जालना, बीड और नांदेड़ के कम से कम 41 राजस्व मंडलों में सोमवार को 65 मिमी से अधिक बारिश हुई। मराठवाड़ा में 11 प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं से 3.42 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक पूरे राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
सोमवार देर रात पुणे में हुई भारी बारिश ने एयरपोर्ट से होने वाले हवाई यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस दौरान पांच उड़ानें रद्द कर दी गई जबकि कुछ आने वाली उड़ानों को दूसरे शहरों की ओर मोड़ दिया गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ उड़ान भरने वाले विमानों को वापस पुणे एयरपोर्ट पर उतारा गया। सोमवार 15 सितंबर की आधी रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक हवाई यातायात बाधित रहा।
भारी बारिश के कारण कुल 14 उड़ानों का रुट डायवर्ट किया गया, लेकिन इनमें से तीन उड़ानें बाद में पुणे लौट आईं। मंगलवार सुबह बारिश की तीव्रता कम होने के बाद हवाई यातायात फिर से शुरू हो पाया। इस दौरान भारतीय वायु सेना, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और एयरलाइंस ने यात्रियों को समय पर सुविधा देने के लिए काफी मेहनत की। यात्रियों के बैठने, पीने के पानी, चाय, कॉफी और भोजन की व्यवस्था की गई थी।
बंगाल की खाड़ी से बन रहे साइक्लोनिक सर्कुलेशन और उत्तर भारत में एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से देश के कई राज्यों में मौसमी गतिविधियां जारी हैं। 17, 18 सितंबर को पंजाब, दिल्ली-एनसीआर में बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। आईएमडी ने अगले 2 से 4 दिन तक उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात में काले बादलों के छाए रहने, आंधी-तूफान की संभावनाओं के बीच मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। आकाशीय बिजली गिरने का खतरा रहेगा। 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी से एक मानसूनी ट्रफ बनने से बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, छग में चक्रवाती हवाओं के साथ भारी वर्षा होगी।
यह भी पढ़ें – बारिश मूसलाधार, प्रशासन हुआ लाचार, नागपुर में आज भारी बारिश का अलर्ट, तोतलाडोह डेम के 2 गेट खोले
पंजाब के पठानकोट में तेज वर्षा हुई। चंडीगढ़ में 25.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि अमृतसर में भी 0.5 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड हुई। दिन में तेज धूप खिली रही और उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। अधिकांश जिलों में दिन का तापमान 35 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। पंजाब के दूसरे शहरों में 18 सितंबर तक मौसम साफ रहेगा। 19 सितंबर से मौसम बदलेगा।
पंजाब के कुछ जिलों में वर्षा की संभावना है। इसके बाद दोबारा से मौसम साफ हो जाएगा। 21 सितंबर से मानसून विदाई लेने से पहले बरस सकता है। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया, मगर पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र और करनाल में बादल छाने और हल्की बारिश की संभावना जताई है।