भायंदर: शुक्रवार की सुबह हुई तेज बरसात से मीरा-भायंदर महानगरपालिका (Mira-Bhayander Municipal Corporation) के आपदा नियंत्रण कक्ष (Disaster Control Room) का नकाब उतर गया। बार-बार फोन (Phone) करने के बावजूद पांच घंटे के बाद जाकर जलभराव (Waterlogging) वाले क्षेत्र में मदद पहुंची। दरअसल भारी बरसात (Heavy Rain ) के चलते भायंदर पूर्व का आजाद नगर इलाका लबालब हो गया। स्थानीय निवासी रंगबहादुर यादव ने बताया कि गली नंबर 5 व 2 और ओम्कारेश्वर मंदिर के आसपास के परिसर में एक फीट तक अधिक पानी भरा हुआ था। नालों में कचरा भरा होने की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हुई।
यादव ने बताया कि जलभराव की शिकायत वे फोन पर आपदा प्रबंधन कक्ष में की थी। यादव के मुताबिक, क्षेत्राधिकारी प्रकाश पवार और आपदा नियंत्रण कक्ष से उन्हें थोड़े ही समय में मौके पर मीरा-भायंदर महानगरपालिका के कर्मियों के पहुंचने का भरोसा दिया जाता रहा।
ऐसा करते-करते पांच घंटा बीत गया। सुबह 8 बजे की शिकायत पर दोपहर 1 बजे उन्हें मदद मिली। नाले में जाम कचरा निकालने के 15 से 20 मिनट बाद ही पानी उतर गया। वहीं, क्षेत्राधिकारी प्रकाश पवार ने कहा कि मीरा-भायंदर महानगरपालिका कर्मी वहीं पास के बड़े नाले में फंसे कचरे निकाल रहे थे। इसकी वजह से उनको मौका पर पहुंचने में विलंब हुआ। वहीं, आपदा नियंत्रण कक्ष में फोन करने पर दिन भर में आजाद नगर सहित सिर्फ दो जगहों पर ही जलभराव की शिकायत दर्ज होने की बात बताई गई।