देवेंद्र फडणवीस (सौजन्य-सोशल मीडिया)
CM’s announcement regarding loudspeaker: विधानमंडल के मानसून सत्र का शुक्रवार को दसवां दिन था। इस दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में मस्जिदों के भोंगे और त्योहारों के दौरान बजने वाले लाउडस्पीकर के कारण होनेवाले ध्वनि प्रदूषण को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति हॉर्न बजाने पर पुलिस जिम्मेदार होगी।
जिन इलाकों में भोंगे या लाउडस्पीकर बजाए जाएंगे, वहां के पुलिस अधिकारी जिम्मेदार होंगे। लेकिन इसके साथ-साथ सीएम देवेंद्र ने मुंबई पुलिस की भी तारीफ करते हुए किसी भी धार्मिक तनाव को पैदा किए बिना कार्रवाई करने के लिए मुंबई पुलिस को बधाई भी दी। भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने सदन में मस्जिदों के भोंगे और लाउडस्पीकर बजाने का मुद्दा उठाया था।
इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अब तक हमने 3367 धार्मिक स्थलों से भोंगे हटाए हैं। इनमें मुंबई की बात करें तो 1608 भोंगे हटाए गए हैं। मुंबई में 1149 भोंगे मस्जिदों से, 48 मंदिरों से, 10 चर्च, 4 गुरुद्वारे और 147 अन्य भोंगे हटाए गए हैं। इसी तरह राज्य के शेष हिस्सों से 1759 धार्मिक स्थलों से भोंगे हटाए हैं। फिलहाल मुंबई में किसी भी धार्मिक स्थल पर भोंगे नहीं है।
इस संबंध में एक रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। कोर्ट ने इस पर संतोष व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मुंबई पुलिस की विशेष रूप से प्रशंसा करना चाहूंगा क्योंकि उन्होंने 1608 भोंगे हटाए लेकिन हटाते समय उन्होंने चर्चा की, सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिखाकर कहीं भी धार्मिक तनाव पैदा किए बिना समझदारी से काम लिया और इस बार कहीं भी एफआईआर दर्ज करने की जरूरत नहीं पड़ी। हमारी मुंबई पुलिस ने मुंबई को भोंगा-मुक्त बनाने का काम किया है।
हॉर्न के मुद्दे पर, उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) पार्टी के विधायक आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं कि उन्होंने सभी से चर्चा करके सभी भोंगे हटाए हैं। लेकिन, अब गणपति, नवरात्रि और दही हांडी के त्यौहार भी आ रहे हैं। इस दौरान जुलूस निकाले जाते हैं। अक्सर, स्थानीय पुलिस अनुमति होने के बाद भी मंडलों को परेशान करती है।
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यदि मंडलों के पास सभी अनुमति हैं और पुलिस इन मंडलों को परेशान करती है, तो क्या उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी? उनके सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडलों को कानून मंडलों को अनुमति लेकर भोंगे बजाने की अनुमति देता है। इसके लिए एक डेसिबल सीमा तय की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया, “निश्चित रूप से इस बार किसी को परेशान नहीं किया जाएगा। इस पर यूबीटी के विधायक भास्कर जाधव ने भी मुख्यमंत्री फडणवीस के फैसले की सराहना की है।
चर्चा के दौरान, मंत्री अनिल पाटिल ने यूबीटी सांसद संजय राउत पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदय, आपने बहुत अच्छा काम किया है। लेकिन मुझे रोज सुबह 10 बजे बजने वाले भोंगे से भी शिकायत है। आपको उस पर भी विचार करना चाहिए। उनकी इस शिकायत पर सदन ठहाकों से गूंज उठा। तो वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुस्कुराते हुए कहा कि समस्या यह है कि अब हमारे पास ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ एक कानून है। लेकिन, हम विचार प्रदूषण के खिलाफ एक कानून चाहते हैं। एक बार वह कानून बन जाए, तो हम इस पर विचार करेंगे।