कीटनाशक छिड़काव (pic credit; social media)
Maharashtra News: मुंबई और उपनगरों में बढ़ रही मानसूनी बीमारियों के बीच बीएमसी प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी कीट जनित और जल जनित रोगों के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कीटनाशक छिड़काव और फॉगिंग की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। साल 2025 में मई महीने में मानसून ने दस्तक दी और पिछले साल की तुलना में मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले अधिक दर्ज किए गए हैं। हालांकि लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों में कमी आई है, लेकिन भारी बारिश के बाद इसके मामले बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी के निर्देश पर ‘मच्छर मुक्ति’ अभियान पर जोर दिया गया है। अभियान के तहत अस्पतालों, स्कूलों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों में हर शनिवार विशेष छिड़काव एवं सफाई अभियान चलाया जा रहा है। पानी की टंकियों की सफाई, जलजमाव वाले स्थानों का निपटान, कचरा प्रबंधन और छतों में रिसाव रोकने के लिए अभियान तेज किया गया है।
नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की गई है कि वे अपने घर और इमारतों के आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छर उत्पत्ति वाले स्थानों को चिन्हित कर उसे नष्ट करें। लेप्टोस्पायरोसिस से बचाव के लिए बारिश के पानी से दूर रहें, नंगे पैर न चलें और सड़क पर मिलने वाला खुला खाना न खाएं।
सभी वार्डों में मनपा कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं और लेप्टो से बचाव की दवा वितरित की जा रही है। भारी बारिश वाले क्षेत्रों से गुजरने वाले लोगों को नजदीकी मनपा क्लिनिक या अस्पताल जाकर लेप्टो की जांच कराने के लिए निर्देशित किया गया है। गणेश मंडलों के क्षेत्र में निगरानी भी बढ़ा दी गई है और निजी डॉक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।