
मुंबई पुलिस (सौजन्य-सोशल मीडिया, कंसेप्ट फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र से मिली एक खबर के अनुसार मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने टोरेस निवेश धोखाधड़ी मामले में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) तौसीफ रियाज को लोनावाला से गिरफ्तार किया है। मामले पर पुलिस ने बताया कि वित्तीय धोखाधड़ी का मामला शिवाजी पार्क थाने में दर्ज होने के बाद से ही रियाज उर्फ जॉन कार्टर फरार था और उसके खिलाफ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी किया गया था।
इस बाबत पुलिस ने बताया कि EOW की एक टीम ने विशेष सूचना के आधार पर रियाज को बीते सोमवार दोपहर को लोनावला से गिरफ्तार किया और इसके बाद उसे एक अदालत में पेश किया गया जिसने उसे तीन फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
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उन्होंने बताया कि मामले में अन्य फरार संदिग्धों की तलाश जारी है। टोरेस ब्रांड के स्वामित्व वाली ज्वेलरी कंपनी पर पोंजी योजनाओं के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। यह घोटाला तब सामने आया जब सैकड़ों निवेशक इस महीने की शुरुआत में दादर (पश्चिम) स्थित टोरेस के स्टोर पर इकट्ठा हुए। बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी को देखते हुए बाद में मामला ईओडब्ल्यू को स्थानांतरित कर दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 3,700 से अधिक निवेशक मुंबई पुलिस के पास शिकायत दर्ज करा चुके हैं। पीड़ित निवेशकों से कथित रूप से 57 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है। जांच के दौरान ईओडब्ल्यू ने कई स्थानों पर छापे मारे और करोड़ों रुपये की नकदी एवं आभूषण जब्त किए।
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बात मुंबई की करें तो, यहां के पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने अपने पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच के सिलसिले में पुलिस को दिए अपने बयान में कुछ बिल्डरों और राजनेताओं का नाम लिया है। जीशान ने पुलिस से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच के दौरान बांद्रा में झुग्गी विकास परियोजनाओं के मुद्दों पर विचार करने का आग्रह किया है।
इसके साथ ही जीशान ने पुलिस को बताया कि एक बार एक बिल्डर ने उसके पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। पूर्व विधायक जीशान ने यह भी दावा किया कि पुनर्विकास परियोजनाओं के लिए कई बिल्डर लगातार उनके पिता के संपर्क में थे। जीशान का बयान 12 अक्टूबर 2024 को राज्य के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के संबंध में पुलिस की ओर से दायर आरोपपत्र का हिस्सा भी हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)






