विकास ठाकरे ने आवास योजना घोटाले किया पर्दाफाश
नागपुर: प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत स्वीकृत ऑरेंज सिटी पार्क आवास योजना में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। पश्चिम नागपुर के विधायक विकास ठाकरे ने इस घोटाले का पर्दाफाश किया है। जिसके बाद नागपुर के पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आवास राज्यमंत्री पंकज भोयर को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
म्हाडा ने बिल्डर मिलेनियम डेवलपर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड को विला और फ्लैट बेचना तुरंत बंद करने का आदेश दिया है। यह योजना शहर की सीमा से बाहर वानाडोंगरी (हिंगना) क्षेत्र में स्थित है।
फर्जी सड़क के लिए मंजूरी प्राप्त की
लेआउट मंजूरी के लिए मुख्य सड़क का होना अनिवार्य है, लेकिन बिल्डर ने ऐसी सड़क का फर्जीवाड़ा किया जो वास्तव में मौजूद ही नहीं है। हैरानी की बात यह है कि जिस जमीन पर 18 मीटर चौड़ी सड़क दिखाई गई है वह मंजूरी के दिन और आज भी बिल्डर के स्वामित्व में नहीं है। इसके बावजूद म्हाडा के अधिकारियों ने उक्त लेआउट और बिल्डिंग प्लान को बिना किसी योग्यता के मंजूरी दे दी। वानाडोंगरी नगर परिषद की मंजूरी लिए बिना और वास्तविक सड़क तैयार हुए बिना म्हाडा ने निर्माण को प्लिंथ सर्टिफिकेट दे दिया।
फायर एनओसी के बिना नक्शा स्वीकृत
कई 8 मंजिला इमारतों के नक्शे बिना किसी आपत्ति के स्वीकृत किए गए। यहां तक कि अग्नि शमन विभाग की एनओसी भी नहीं ली गई थी।
विधायक ठाकरे ने मांग की है मुंबई और नागपुर में म्हाडा अधिकारियों ने धोखाधड़ी और गंभीर उल्लंघन की आड़ में लेआउट और बिल्डिंग प्लान को मंजूरी दी और बिल्डर को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सब्सिडी का लाभ भी दिया। कई नागरिकों ने अपनी जीवन की बचत इस योजना में लगा दी। इस मामले में विधायक ठाकरे ने मांग की है कि गृह निर्माण विभाग तुरंत पूरी योजना को अपने नियंत्रण में ले और संबंधित म्हाडा अधिकारियों के साथ बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करे।