सुनील टिंगरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले (सोर्स: सोशल मीडिया)
पुणे: अजित पवार गुट के विधायक सुनील टिंगरे ने पोर्शे कार दुर्घटना के संबंध में एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार को नोटिस भेजने का दावा किया है। इसके बाद रविवार को सुप्रिया सुले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टिंगरे द्वारा भेजा गया नोटिस दिखाया। इस दौरान सुप्रिया सुले ने सुनील टिंगरे पर निशाना साधा है।
सुप्रिया सुले ने सुनील टिंगरे द्वारा भेजे गए नोटिस का जिक्र करते हुए कहा कि शरद पवार हमारी पार्टी के अध्यक्ष हैं और उन्हें नोटिस भेजा गया है। पुणे में एक पोर्शे कार हादसा हुआ था। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। उनकी तमाम खबरें अखबारों, टीवी चैनलों पर छपती हैं।
पुलिस ने भी माना कि हादसे के बाद वे सभी पुलिस स्टेशन गए थे। इसके बाद हमने उस घटना पर टिप्पणी की थी। अगर हम उनकी आलोचना करते हैं तो वे हमारे खिलाफ सिविल और क्रिमिनल कार्रवाई का नोटिस भेज देते हैं। हमने पुलिस और समसामयिक अखबारों, टीवी चैनलों की खबरों पर इस बारे में बात की, अगर इस देश में बोलना अपराध है तो हम इस अपराध को स्वीकार करते हैं। ये नोटिस अजित पवार के विधायक सुनील टिंगरे ने भेजा है।
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शरद पवार और हमें यह नोटिस भेजा गया है, पुलिस ने, मीडिया ने खबर दिखाई थी, हमने यह सब लोकतंत्र के लिए माना है। लेकिन फिर भी हमें नोटिस भेजा गया है। ये सीधी धमकी है कि बिना किसी शर्त के माफ़ी मांगी जाएं। ये कोई मिथक नहीं, हकीकत है। इस पर अजित पवार के हस्ताक्षर हैं।
वहीं सुप्रिया सुले ने बीजेपी सांसद धनंजय महाडिक के बयान की भी निंदा की है। सुले ने कहा कि दरअसल, मुझे नहीं पता कि महाडिक को क्या हुआ, हमने कई सालों तक एक साथ काम किया है, वे कहते हैं कि हमारे बच्चों को अच्छी संगत में रहना चाहिए, वही संस्कृति हो रही है, जिन्होंने बहुत अच्छा व्यवहार किया। कई वर्षों तक हमारे साथ रहे, लेकिन अब उनका क्या हुआ, ऐसा प्रतीत होता है कि यह संगति का परिणाम है।
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि चूंकि वह महिलाओं को धमकी दे रहे थे, मैं उनके बयान की कड़ी निंदा करती हूं।’ उनके इस बयान का किसी ने गलत मतलब नहीं निकाला कि छत्रपति शाहू महाराज के कोल्हापुर में महिलाओं को धमकाया जा रहा है। लेकिन क्या आप अपनी जेब से भुगतान कर रहे हैं, हम जो कर चुकाते हैं उसी पर आप योजना चलाते हैं। यह भाजपा या किसी और की जेब से भुगतान नहीं करता है। यदि आप दे रहे हैं तो आप धन्यवाद नहीं दे रहे हैं।
कोई भी महिला किसी भी पार्टी की पब्लिक मीटिंग में जा सकती है, ये उसका संविधान प्रदत्त अधिकार है। कोई भी महिला अपनी पसंद के किसी भी पार्टी कार्यक्रम में शामिल हो सकती है। उन्हें रुककर दिखाना चाहिए कि अगर एक अकेली महिला कांग्रेस, एनसीपी या उद्धव ठाकरे की पार्टी के कार्यक्रम में जाती है और आप उसकी फोटो खींचते हैं, उसके साथ कुछ बुरा करते हैं, उसकी अधिकार योजना का फंड रोकते हैं, तो समस्या हमारे साथ है।
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सुप्रिया सुले ने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं आपको कोर्ट में घसीटूंगी और महिलाओं को लेकर बीजेपी में जो गंदगी चल रही है, उससे आपको बीजेपी का असली चेहरा पता चल जाएगा। ये एक धमकी है। महाराष्ट्र की कोई भी महिला ऐसी धमकी बर्दाश्त नहीं करेगी। हम स्वाभिमानी हैं।’ महिला आयोग को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।