(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Maharashtra Road Accidents Deaths Report: पुणे में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर गुरुवार को हुई एक घातक दुर्घटना में दो बड़े कंटेनर ट्रक के बीच एक कार फंस कर चकनाचूर हो गई। इस भयानक हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 14 लोग घायल हुए। दुर्घटना के बाद तीनों वाहनों में आग लग गई थी। इसी बीच सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की एक रिपार्ट सामने आयी है। रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले है।
महाराष्ट्र में सड़क सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह वर्षों के दौरान राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में 95,700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र परिवहन विभाग से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में जनवरी 2019 से सितंबर 2025 के बीच सड़क दुर्घटनाओं में 95,722 लोगों ने जान गंवाई। इसी अवधि के दौरान, महाराष्ट्र में कुल 2,19,039 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। इन हादसों का शिकार होने वाले लोगों की संख्या भी बहुत अधिक है: 1,29,670 लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि 53,036 अन्य को मामूली चोटें आईं।
आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले छह वर्षों की बात की जाए तो, केवल 2020 में कोरोना महामारी के कारण वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगने से दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या कम रही। हालांकि, इसके बाद से सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद यहां दुर्घटनाओं तथा इससे होने वाली मौतों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
पूरे देश के संदर्भ में, महाराष्ट्र सड़क हादसों में मौतों के मामले में शीर्ष राज्यों में शामिल है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 15,366 मौतों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर रहा। यह आंकड़ा तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक है। 2023 में पूरे देश में सड़क दुर्घटनाओं में 1,72,890 लोगों की जान गई थी।
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आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष के शुरुआती तीन महीनों (जनवरी से मार्च) में 26,922 सड़क दुर्घटनाएं व 11,532 मौतें दर्ज की गईं। वहीं पिछले वर्ष 36,118 दुर्घटनाओं में 15,715 लोगों की मृत्यु हुई थी। इस वर्ष 30 सितंबर तक की अवधि में 26,922 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 11,532 लोगों ने अपनी जान गवाई।
दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण
विशेषज्ञ भारत में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के लिए कई कारण बताते हैं, जिनमें आमतौर पर कमजोर प्रवर्तन, लापरवाही से वाहन चलाना, अपर्याप्त प्रशिक्षण और क्षमता से अधिक लदे यात्री आदि शामिल हैं।