
‘क्रॉस वोटिंग' पर नाना पटोले ने दी प्रतिक्रिया (सौजन्य- सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीट के लिए शुक्रवार को हुए द्विवार्षिक चुनाव संपन्न हुए। इस चुनाव में महायुती के 9 और महाविकास अघाड़ी के 2 सदस्य को जीत मिली। विधान परिषद चुनाव में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने लड़ी गई सभी 9 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (एसपी) द्वारा समर्थित पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के जयंत पाटिल हार गए। इन चर्चाओं के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों ने पार्टी के साथ गद्दारी की है।
नाना पटोले ने कहा कि पिछले विधान परिषद चुनाव में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। उस समय भी कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। हालांकि उस समय पता नहीं चल पाया की वह विधायक कौन था? लेकिन इस बार हमने योजना बनाई है और इसमें कुछ विधायक फंस गए है। इस बारें में हमने पार्टी के शिर्ष नेताओं को जानकारी दे दी है। नाना पटोले ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जिन विधायकों ने पार्टी के खिलाफ जाकर काम किया है, उन्हें जल्द ही बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है। कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा कर काम कर रहे है। इन कार्यकर्ताओं के मेहनत से ही विधायक चुने जाते है। हालांकि चुने जाने के बाद पार्टी से गद्दारी करने वालें विधायकों को जल्द ही सबक सिखाया जाएगा। नाना पटोले ने कहा कि पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेता कौन है? इसकी जानकारी हमारे पास है। शिर्ष नेताओं के आदेश के बाद उनका नाम जनता के सामने लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, विधान परिषद के मतदान के दौरान कांग्रेस के कम से कम सात विधायकों ने पार्टी के निर्देशों की अवहेलना की और क्रॉस वोटिंग की। बताया जा रहा है कि 37 विधायकों वाली कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार प्रज्ञा सातव के लिए 30 प्रथम वरीयता के वोटों का कोटा तय किया था और शेष सात वोट सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार मिलिंद नार्वेकर को मिलने थे। लेकिन, सातव को 25 और नार्वेकर को 22 प्रथम वरीयता के वोट मिले।
वहीं दूसरी तरफ अजित पवार गुट के पास 42 वोट थे, उनके उम्मीदवार को 47 वोट मिले, इसका मतलब यह है कि एनसीपी को 5 वोट ज्यादा मिले। वहीं भाजपा के पास कुल 115 वोट थे, बीजेपी के 5 उम्मीदवार को 118 वोट मिले। इस वजह से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कम से कम सात कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की।






