बदलापुर स्टेशन पर लोगों का विरोध प्रदर्शन (फोटो सौजन्य- पीटीआई)
मुंबई: ठाणे जिले के बदलापुर में एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ बदलापुर स्टेशन पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कई घंटे तक बदलापुर स्टेशन पर पटरियों पर बैठे रहे। इन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति शुरू हो गई है।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया। महाजन ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारियों की अधिकतर मांगें मान लीं लेकिन कथित दोषी को सार्वजनिक रूप से फांसी देने की उनकी मांग को मानना संभव नहीं है। प्रदर्शनकारियों के आंदोलन से प्रभावित मध्य रेलवे के इस हिस्से पर ट्रेन सेवाएं 10 घंटे से भी अधिक समय बाद बहाल हो सकीं।
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महाजन के बयान के बाद विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष एवं शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे ने स्कूल में यौन उत्पीड़न की घटना को लेकर महायुति सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी बुधवार से सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी।
घटना के बाद, अभिभावकों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया है, जिसने मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। वे बदलापुर स्टेशन पर पटरियों पर उतर आए और लोकल ट्रेनों का परिचालन अवरूद्ध कर दिया। सुबह करीब 8.30 बजे उपनगरीय ट्रेनों का मार्ग अवरुद्ध हो गया। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर पथराव भी किया। इससे पहले मंगलवार सुबह, स्कूली बच्चों के गुस्साए अभिभावक और स्थानीय नागरिक स्कूल के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई और घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ कठोर सजा की मांग की थी।
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मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने बताया कि पहली उपनगरीय ट्रेन निलंबित होने के लगभग 10 घंटे बाद रात 8:05 बजे बदलापुर स्टेशन पहुंची। नीला ने कहा, “पहली अप लोकल (खोपोली-सीएसएमटी) और डाउन लोकल (सीएसएमटी-कर्जत) दोनों रात 8:05 बजे बदलापुर से गुजरीं।”