लातूर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेते सीएम देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: एक्स@CMOMaharashtra)
Maharashtra Ministers Visit Flood Affected Areas: महाराष्ट्र के कई जिलों में भीषण बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। पीड़ित किसानों और आम लोगों का हाल जानने के लिए फडणवीस सरकार के मंत्री खेतों में पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बाढ़ प्रभावितों को जल्द मदद का आश्वासन दिया है।
राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों, पशुओं, घरों और कारोबार को भारी नुकसान हुआ है। सूबे में 20 लोगों की मौत हुई है और करीब 20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से ज्यादा खेती का नुकसान हुआ है। सीएम फडणवीस के निर्देश के बाद पूरी कैबिनेट संकट में फंसे किसानों व लोगों की मदद के लिए एक्शन मोड में आ गई है।
खुद सीएम फडणवीस दोनों डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार सहित सरकार के सभी मंत्री अपने-अपने इलाकों में नुकसान का जायजा लेने के लिए खेतों की मेड़ों पर नजर आ रहे हैं।
सीएम फडणवीस ने बुधवार को सोलापुर और लातूर जिले का दौरा कर नुकसान की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित हर नागरिकों की मदद का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में बाढ़ पीड़ितों के साथ है और नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को इस संकट की घड़ी में धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
🔸CM Devendra Fadnavis visited the areas affected by heavy rain at Aurad Shahajani in Nilanga Taluka, Latur, where he interacted with farmers and assessed the damage caused by the heavy rainfall.
Minister Shivendra Sinh Raje Bhonsle, MLA Sambhaji Patil Nilangekar and concerned… pic.twitter.com/iXVl3UctzS — CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) September 24, 2025
सीएम फडणवीस ने कहा कि सरकार के रूप में मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हम सभी किसानों को तत्काल सहायता प्रदान करेंगे।कैबिनेट की बैठक में बाढ़ पीड़ितों की आपातकालीन सहायता के लिए 2,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। भविष्य में भी बाढ़ पीड़ितों को निर्धारित मानदंडों के अनुसार सहायता प्रदान की जाएगी।
सोलापुर के माढा तहसील के नीमगांव और दारफल सीना गांवों का दौरे के समय पालकमंत्री जयकुमार गोरे, सांसद धैर्यशील मोहिते-पाटिल, विधायक रणजीत सिंह मोहिते-पाटिल, विधायक अभिजीत पाटिल सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मंत्री पंकजा मुंडे भी बीड जिले में हुए भारी नुकसान का निरीक्षण करने और लोगों की मदद के लिए खेतों का जायजा ले रही हैं।
जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन किसानों के खेत, घर, मवेशी बह गए हैं, उन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से घरेलू सामान, किराने का सामान और आवश्यक तत्काल सहायता प्रदान की जाएं।
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने धाराशिव जिले के परंदा तहसील के बाढ़ प्रभावित करंजा गांव में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों और किसानों से बातचीत की व नुकसान की जानकारी ली और मदद का आश्वासन दिया।
📍भूम, #धाराशिव | धाराशिव जिल्ह्याच्या भूम तालुक्यातील साडेसांगवी
गावात अतिवृष्टीमुळे निर्माण झालेल्या पुरपरिस्थितीची आज पाहणी केली. संकटात सापडलेल्या गावकऱ्यांना तातडीने सर्व मदत देण्याचे निर्देश जिल्हाधिकाऱ्यांना दिले. साडेसांगवी येथील पुरग्रस्त शेतकरी ज्ञानेश्वर डोंबाळे… pic.twitter.com/mfPr38yge7 — Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) September 24, 2025
इस अवसर पर पालकमंत्री प्रताप सरनाईक और स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर सहित स्थानीय विधायक तानाजी सावंत, जिलाधिकारी कीर्ति किरण पुजारी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोलापुर जिले में नुकसान की स्थिति की समीक्षा की। तहसील करमाला के दौरा कोर्टी से उन्होंने अपने निरीक्षण की शुरुआत की। उन्होंने खेतों में जाकर फसल नुकसान की जांच की। और मदद के जरूरी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
आज भूम-परांडा विधानसभा मतदारसंघातील चिंचोली, गोरमळा आणि वालवड याठिकाणी पूरग्रस्त शेतकऱ्यांना भेट दिली. शेतपिकं तसंच घरांचं झालेल्या नुकसानीची प्रत्यक्ष पाहणी केली. यासोबतच वालवड येथील साठवण तलाव आणि आजूबाजूच्या शेतीचीही पाहणी करून तातडीनं आवश्यक ती मदत पोहोचवण्याचे निर्देश… pic.twitter.com/QzBLx6J3KS — Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) September 24, 2025
ओला दुष्काल घोषित करने के मामले पर उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि हम भी विपक्ष में रह चुके हैं। किसानों की मदद के लिए हम जो भी कर सकते हैं, उसमें कोई कमी नहीं रखेंगे।
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कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने अहिल्यानगर जिले के शेवगांव, भगुर और पाथर्डी तहसील के गांवों में हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले 10 दिन में पंचनामा पूरा कर लिया जाएगा और दिवाली से पहले राहत राशि सीधे किसानों के खातों में जमा कर दी जाएगी। जिले में 7 लाख 49 हजार एकड़ कृषि क्षेत्र को नुकसान हुआ है।
सभी किसानों की फसल का पंचनामा किया जाएगा। सरकार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के मानदंडों के अनुसार मुआवजा देने कि लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बीमा कंपनियों को भी तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर स्थानीय विधायक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
विपक्ष के नेताओं ने भी किसानों को न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। शिवसेना (यूबीटी) के पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे आज गुरुवार से बाढ़ प्रभावित इलाकों में हुए नुकसान की समीक्षा करने दौरे पर निकलेंगे। राज्य में आई बाढ़ को लेकर सियासत गर्मा गई है। विपक्ष गीला आकाल घोषित करने की मांग कर रहा है।