(फाइल फोटो)
धुले : धुले शहर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी भारत में राज्य के धुले जिले में स्थित महाराष्ट्र विधान सभा के पांच निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह विधान सभा क्षेत्र धुले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ पांच अन्य विधान सभा क्षेत्रों, अर्थात् धुले जिले में धुले ग्रामीण और सिंदखेड़ा और नासिक जिले में मालेगांव सेंट्रल, मालेगांव बाहरी और बगलान का एक हिस्सा है। इस सीट परवर्तमान विधायक (AIMIM)ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के शाह फारूक अनवर हैं।
धुले शहर विधानसभा सीट सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। यह धुले जिले में स्थित है और धुले संसद सीट के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। 2008 में धुले विधानसभा निर्वाचन को धुले शहर और धुले ग्रामीण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के रूप में स्थापित कर दिया गया।
सामान्य श्रेणी के लिए आरक्षित इस सीट पर अब तक कुल 3 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। इस सीट पर तीनों बार अलग-अलग पार्टियों का कब्जा रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक यहां कुल मतदाता की संख्या 311854 है। वहीं, एससी मतदाताओं की संख्या 30,655 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 9.83% है। ST मतदाताओं की संख्या की बात करें तो ये लगभग 13,628 है जो लगभग 4.37% हैं। वहीं, इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 67,672 जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 21.7 % है।
2008 में अस्तित्व में आई इस विधानसभा सीट पर अब तक तीन बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। 2009 के चुनाव में इस सीट पर लोकसंग्राम पार्टी के अनिल अन्ना गोटे ने जीत हासिल की। अनिल अन्ना गोटे ने 2014 के चुनाव में फिर से इस सीट पर जीत दर्ज की लेकिन इस बार उन्होंने यह जीत बीजेपी की ओर से दर्ज की। 2019 में हुए चुनाव में इस सीट पर AIMIM के शाह फारूक अनवर ने जीत हासिल की और अनिल गोटे के विजयरथ के रोक दिया।
वर्ष उम्मीदवार पार्टी कुल वोट
2019 शाह फारुक अनवर AIMIM 46679
2014 अनिल अन्ना बीजेपी 57780
2009 अनिल अन्ना गोटे लोकसंग्राम पार्टी 59576
इस सीट पर फिलहाल किसी पार्टी का भी दबदबा नहीं है। हालांकि ऐसा माना जा सकता है कि दो बार यहां से विधायक रह चुके अनिल अन्ना गोटे की इस निर्वाचन क्षेत्र पर मजबूत पकड़ है। 2019 के चुनाव में गोटे 42432 (26.3%) वोट के साथ यहां से तीसरे नम्बर पर रहे थे। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या अपने विजय अभियान को जारी रखते हुए AIMIM फिर से इस सीट पर वापसी कर पाएगी या नहीं।