नितेश राणे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Muslim Welfare Association : नितेश राणे के मुसलमानों के प्रति कई तरह के विवादित बयानों के बाद मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन ने एक बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र के लातूर जिले के अहमदपुर स्थित मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन ने महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे को स्पीड पोस्ट के जरिए कुरान की एक मराठी प्रति भेजी है। मौलाना मुफ़्ती फाजिल ने कहा कि उन्होंने कुरान की एक प्रति स्पीड पोस्ट की है ताकि नितेश राणे इसे पढ़ सकें और इस्लाम की सच्चाई को समझ सकें।
मौलाना मुफ़्ती फाजिल ने कहा, “हमने नितेश राणे को कुरान की एक मराठी प्रति भेजी है ताकि वह इसे पढ़कर इस्लाम और उसकी शिक्षाओं की सच्चाई को समझ सकें। कुरान हर इंसान को शांति और भाईचारे का संदेश देता है। हमें उम्मीद है कि इस पवित्र ग्रंथ को पढ़ने के बाद, वह भविष्य में इस तरह के बयान देने से बचेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि नितेश राणे के बयान, जैसे मुस्लिम टोपी, दाढ़ी या क़ुरान पर टिप्पणी, समाज में ग़लत संदेश फैलाते हैं। मुफ़्ती ने कहा कि इंसान की पहचान उसकी ज़बान और चरित्र से होती है और कुरान पढ़ने से सच्चाई सामने आती है। यह कदम राणे द्वारा मुस्लिम समुदाय और इस्लाम के खिलाफ दिए गए बयानों के जवाब में उठाया गया है।
Latur, Maharashtra: The Muslim Welfare Association has sent a Marathi translation of the ‘Quran’ to Minister Nitesh Rane Mufti Fazil says, “… Nitesh Rane is defaming a religion for his political gain, which does not befit him. A person is known by their words. Nitesh Rane, we… pic.twitter.com/7BY46dojSH — IANS (@ians_india) July 18, 2025
कुरान की यह प्रति लातूर ज़िले के अहमदपुर से स्पीड पोस्ट की गई थी। इस दौरान शहर के कई मौलाना और मुफ़्ती फाजिल व अन्य लोग मौजूद थे।संगठन ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी के खिलाफ नफरत फैलाना नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और एकता को बढ़ावा देना है। इस पहल के जरिए वे चाहते हैं कि लोग इस्लाम को सही तरीके से समझें।
दरअसल, महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने बुधवार (16 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में कहा था कि मदरसों में उर्दू की जगह मराठी पढ़ाई जानी चाहिए और अज़ान मराठी में होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मदरसों में असली शिक्षा तभी होगी जब मराठी भाषा में पढ़ाई होगी, वरना वहां से सिर्फ बंदूकें निकलती हैं।”
नितेश राणे के इस बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता अबू आज़मी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग की थी कि नितेश राणे के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जाए।
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मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन एक गैर-सरकारी संगठन है जो मुसलमानों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए काम करता है। इस संगठन का उद्देश्य मुसलमानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना, शिक्षा को बढ़ावा देना, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)