जयंत पाटिल, शरद पवार, व चंद्रशेखर बावनकुले (सोर्स- सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र में विपक्षी दलों में मची भगदड़ थमने का नाम ही नहीं ले रही है। महायुति सरकार में शामिल घटक विपक्षी दलों को लगातार झटके दे रहे हैं। इस वजह से महाराष्ट्र की राजनीति में जारी अनिश्चितता के बीच राकां के वरिष्ठ नेता शरद पवार के सबसे विश्वसनीय करीबी नेता का नया खेला सामने आया है। ये करीबी नेता हैं शरद पवार की राकां के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल।
खबर आई है कि पाटिल ने सोमवार की रात बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष एवं महायुति सरकार में राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से गुप्त मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान उनके बीच करीब एक घंटा चर्चा हुई। इस खबर के लीक होने के बाद चंद्रकांत पाटिल के जल्द ही पवार का साथ छोड़ने की अटकलें फिर से जोर पकड़ने लगी हैं।
बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में ‘ऑपरेशन टाइगर’ एवं ‘ऑपरेशन लोटस’ की चर्चा जोरों पर चल रही है। इन चर्चाओं के बीच राज्। के शांत और संयमित स्वभाव वाले नेता जयंत पाटिल की चंद्रशेखर बावनकुले के मुंबई स्थित निवास पर हुई मुलाकात से राज्य की राजनीति गरमाने लगी है।
बावनकुले से कथित गुप्त मुलाकात की बात मीडिया में आने के बाद पाटिल ने प्रतिक्रिया देते हुए उनके पाला बदलने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सोमवार की शाम 7.50 बजे मैं बावनकुले से मिलने उनके निवास पर गया था। इस दौरान मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, स्टाफ और मेरे साथ शिष्टमंडल में 4 से 5 लोग थे। मैंने राजस्व विभाग से संबंधित सांगली जिले की करीब 10-12 समस्याओं के लिए बावनकुले को आवेदन पत्र दिया है।
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उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में 7/12 कम्प्यूटरीकृत, ऑनलाइन करने के बाद किसानों की गलती का सुधार समय पर नहीं किया जाता। जिले की गई जमीनों का अधिग्रहण नहीं होने से किसानों को मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। यह पूरे महाराष्ट्र का समस्या है। इसी ओर मैंने राजस्व मंत्री का ध्यान आकर्षित किया है।