शिक्षक दिवस पर मंत्री गुलाबराव पाटिल ने दिया मंत्र (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Jalgaon News: शिक्षक दिवस के अवसर पर, जलगांव में ‘आदर्श शिक्षक पुरस्कार समारोह’ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिला परिषद के 15 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि, पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल ने कहा कि तकनीक चाहे जितनी भी आगे बढ़ जाए, 5G या 6G आ जाएं, लेकिन ‘गुरु-जी’ के बिना कोई भी भविष्य उज्ज्वल नहीं हो सकता।
उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षक ही समाज के असली शिल्पकार हैं। पाटिल ने कहा कि मराठी स्कूलों का महत्व बनाए रखने के लिए शिक्षकों को विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के स्कूल गरीब और सामान्य परिवारों के बच्चों की नींव हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों का सबसे बड़ा पुरस्कार उनके विध्यार्थियों की तरक्की है।
पालकमंत्री पाटिल ने बताया कि डीपीडीसी के माध्यम से जिले में कई शैक्षणिक परियोजनाएं शुरू की गई है। 14 करोड़ रुपये की मंजूरी से हर जिला परिषद स्कूल में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। 66 नई कक्षाओं का निर्माण किया जाएगा। ‘बाला उपक्रम’ के तहत 48 स्कूलों का चयन किया गया है। कई स्कूलों में बाउंड्री वॉल का काम पूरा हो चुका है।
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अपनी चिर-परिचित मजाकिया शैली में पाटिल ने कहा कि पुराने समय में गुरुजी की एक नजर से ही पूरी कक्षा शांत हो जाती थी, जबकि आज के गुरुजी दस-दस जेबों वाले नजर आते हैं। सउनके इस बयान पर पूरा सभागार ठहाकों से गूंज उठा। विधायक राजू मामा भोले ने शिक्षा को जीवन की गंगोत्री बताया। उन्होंने कहा कि जलगांव में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए प्रयोग हो रहे हैं, और पालकमंत्री के प्रयासों से स्कूलों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। कार्यक्रम का संचालन नितीन पाटिल ने किया।