महाराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी
मुंबई: महाराष्ट्र के नासिक, पालघर और पंढरपुर जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। नदी किनारे के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। नासिक, पालघर और पंढरपुर जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। तो वही मध्य महाराष्ट्र में मौसम सुहाना हुआ है। काले बादलों की छटा ने लोगों को गर्मी से राहत दी है। कुछ जिलों में मौसम कूल हुआ है।
मुंबई में हाई टाइड का अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई के लिए 24 जून से 28 जून तक येलो अलर्ट जारी किया है। 24 जून से 28 जून 2025 तक लगातार 5 दिनों तक समुद्र में हाई टाइड का अलर्ट जारी किया गया है। हाई टाइड के दौरान समुद्र में साढ़े चार मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठेंगी।
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— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 23, 2025
नासिक में बाढ़ जैसे हालत
नासिक जिले में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण गंगापुर बांध पूरी तरह लबालब हो गया है। 23 जून की सुबह से पाटबंधारे विभाग ने नासिक शहर के कादवा नदी में 6,240 क्यूसेक्स की रफ्तार से पानी छोड़ा है। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों और सभी सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासन ने खासतौर से नदी किनारे बसे लोगों को चेतावनी दी है कि वे नदी के बहाव से दूर रहें और अपने जरूरी सामान और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं।
पालघर में उफनती नदियां
नासिक जिले के बाद पालघर जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण सूर्या, वैतरणा और पिंजाल जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। इससे कई तालाब और नाले भी जलमग्न हो गए हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के दहानू, बोइसर, वाडा, जव्हार, मोखाडा, वसई-विरार और नालासोपारा क्षेत्रों में 4-5 दिनों से रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है. स्थिति को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की ओर से ‘अरेंज अलर्ट’ घोषित किया है और नदी किनारे बसे लोगों का विस्थापन भी शुरू कर दिया गया है।
पंढरपुर भीमा नदी उफान पर
सोलापुर जिले के पंढरपुर में स्थित भीमा नदी उजनी बांध से पानी छोड़े जाने के कारण उफान पर है। 6 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर लाखों श्रद्धालु विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने वारकरियों और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और कहा है कि कोई भी व्यक्ति अफवाहों पर ध्यान न दे, लेकिन सावधानी जरूर बरते। किसी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों या आपदा नियंत्रण कक्ष से तुरंत संपर्क करें।
नागपुर में बरसे बादल, मौसम हुआ कूल
नागपुर में बीते कुछ दिनों से आसमान में काले बादलों की अठखेलियां तो चल रही थीं लेकिन बादल बरस नहीं रहे थे। उमस भरी गर्मी से पूरी सिटी हलाकान थी। सोमवार की सुबह कुछ इलाकों में बौछारें पड़ीं और शाम को करीब आधा घंटे बारिश हुई। इससे मौसम में ठंडकता आ गई। सुबह से ही बदली भरा मौसम था और हवाएं चल रही थीं। शाम को 5 बजे के बाद आसमान में काले बादलों ने डेरा जमाया। इससे मौसम कूल-कूल हो गया। मौसम विभाग ने अब तक सिटी में मानसून आने की अधिकृत घोषणा नहीं की है।
चंद्रपुर में अभी भी गर्मी के हालात
चंद्रपुर में गर्मी का मौसम चल रहा है, और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है, एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार। गर्मी का मौसम मार्च के मध्य से शुरू होकर जून के मध्य तक रहता है, जिसमें अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। हालांकि, तापमान में गिरावट और बारिश के बारे में कोई तत्काल जानकारी नहीं है।