प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Online Attendance Swift Chat App: महाराष्ट्र के सभी स्थानीय निकाय, निजी सहायता प्राप्त और आंशिक रूप से सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों की उपस्थिति अब ऑनलाइन दर्ज करनी होगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने स्विफ्ट चैट एप्लीकेशन पर विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
इसी के तहत, अक्टूबर से ही शिक्षा आयुक्त संचिंद्र प्रताप सिंह ने आदेश दिया है कि प्रधानाध्यापक और शिक्षक अपनी शालार्थ आईडी और यूडीआईएस कोड का उपयोग करके इस ऐप में लॉग इन करें और स्मार्ट तरीके से विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करें। जिससे स्कूलों द्वारा फर्जी विद्यार्थी दिखाने के धंधे पर लगाम लगेगी।
स्विफ्ट चैट ऐप में स्मार्ट अटेंडेंस बॉट के माध्यम से कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करने के आदेश दिसंबर 2023 में दिए गए थे। अब तक 50 हजार से अधिक स्कूलों ने इसके माध्यम से विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज की है।
मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के केवल दो से ढाई हजार स्कूल ही नियमित रूप से इस ऐप के माध्यम से विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने यह आदेश दिया है।
उच्च कार्यालय से बार-बार आदेश मिलने के बावजूद, यह देखा गया कि जिला स्तर पर क्षेत्रीय अधिकारियों के माध्यम से इस संबंध में नियमित समीक्षा नहीं की जा रही है। इसके कारण, छात्र उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करने में अनियमितताएं देखी जा रही हैं।
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राष्ट्रीय प्रदर्शन रैंकिंग सूचकांक में डिजिटल छात्र और शिक्षक उपस्थिति के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित हैं। सिंह ने परिपत्र में उल्लेख किया है कि विद्या समीक्षा केंद्र के तहत स्मार्ट अटेंडेंस प्लेटफॉर्म पर छात्र उपस्थिति की नियमित रिकॉर्डिंग से पीजीआई में राज्य की रैंकिंग सूचकांक में सुधार करने में मदद मिलेगी।
उपशिक्षाधिकारी (प्राथमिक), समग्र शिक्षा व नगर निगम स्तर पर समकक्ष अधिकारी विद्या समीक्षा केंद्र के जिला नोडल अधिकारी होंगे, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि स्मार्ट अटेंडेंस के माध्यम से विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति दर्ज की जा रही है।
शिक्षा आयुक्त ने एक परिपत्र के माध्यम से यह भी निर्देश दिया है कि संभागीय उप शिक्षा उपसंचालक, शिक्षाधिकारी (प्राथमिक व माध्यमिक) व जिला नोडल अधिकारी अपने स्तर से समीक्षा करेंगे कि विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति नियमित रूप से दर्ज की जा रही है।