गोरेगांव फ्लाईओवर (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: गोरेगांव स्थित मृणाल ताई गोरे फ्लाईओवर को वर्ष 2018 में मंजूरी मिल गई थी, लेकिन 2025 आ जाने के बाद भी यह ब्रिज अभी नहीं शुरू हुआ है। हालांकि, इस परियोजना को लेकर लोगों में जितनी उत्सुकता है।
उतना ही कम भरोसा बीएमसी के नवंबर 2025 की तय समयसीमा पर है और लोगों का भरोसा ना करना एक बार फिर सही साबित हुआ है। क्योंकि नवंबर में यह ब्रिज शुरू होने वाला नहीं है। इसका काम अधर में लटका हुआ है। वाहन चालक ट्रैफिक जाम का सामना कर रहे हैं। लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है।
यह ब्रिज का काम कब तक पूरा होगा। यह सवाल पूछने पर बीएमसी अधिकारी जवाब देने से कतरा रहे हैं। बीएमसी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चुनाव के बाद ही अब इस ब्रिज का काम पूरा हो सकता है, लेकिन देरी का कारण क्या है वह नहीं बता सके। बता दें कि मृणाल ताई ब्रिज गोरेगांव पूर्व में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे को पश्चिम में राम मंदिर जंक्शन से जोड़ता है।
हालांकि, इस फ्लाईओवर को और 750 मीटर आगे जोगेश्वरी के रिलीफ रोड तक बढ़ाया जाना था, ताकि वाहन राम मंदिर रोड, एसवी रोड और लिंक रोड की ट्रैफिक से आसानी से गुजर सकें, मूल रूप से इस विस्तार को मुख्य फ्लाईओवर के साथ 2016 में शुरू करने की योजना थी, लेकिन यह योजना इस आशंका के कारण अटक गई कि डिजाइन से एसवी रोड पर ट्रैफिक और बढ़ जाएगा, अंततः 2018 में इसे मंजूरी मिली, लेकिन कार्यदिश जारी होने में एक और साल लग गया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, देरी के बावजूद निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है, बीएमसी के पुल विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, देरी का कारण यह था कि वहां मौजूद यूटिलिटी लाइनों को स्थानांतरित करना पड़ा और विभिन्न विभागों से कई अनुमतियां लेनी पड़ीं, भारी ट्रैफिक प्रवाह के चलते कार्य केवल टुकड़ों में ही किया जा सका, यह ब्रिज सड़क स्तर पर स्थित दो नदियों, बालबाट नदी और ओशिवरा नदी पर बने पुलों के ऊपर से गुजरता है।
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अधिकारी ने बताया, “2018 में ओशिवरा नदी पर बना पुल जर्जर घोषित किया गया था। इसलिए हमे उसे फिर से बनाना पड़ा, लेकिन उस मार्ग पर ट्रैफिक बहुत अधिक होने के कारण हमें काम चरणों में करना पड़ा, जिससे समय और मेहनत दोनों दोगुनी हो गई। हमने पुल के एक हिस्से का पुनर्निर्माण किया, जिसे पिछले साल के मानसून के बाद खोला गया और अब हम दूसरे हिस्से पर काम कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान हमने यह सुनिश्चित करना चाहा कि दोनों पुल खाड़ी पर बना पुल और विस्तार मार्ग एक ही आधार स्तंभ पर टिक हो। अधिकारी ने आगे बताया कि यह फ्लाईओवर प्रस्तावित वसौवा-दहिसर कोस्टल रोड से भी संपर्क प्रदान करेगा, ओशिवरा के पास मिल्लत नगर में एक इंटरचेंज बनाया जाएगा, जो इस चौराहे से कुछ ही मिनटों की दूरी पर होगा, उसके बाद वाहन सीधे वेस्टर्न एक्सप्रेस हायवे तक जा सकेंगे, उम्मीद जताई जा रही है कि निकट भविष्य में लोखंडवाला और ओशिवरा से पूर्व की ओर जाने वाले यात्रियों की यह फ्लाईओवर विस्तार कम से कम 15 मिनट का सफर बचाने में मदद करेगा।