मोबाइल टावर (सोर्स: AI)
Gondia Mobile Towers News: गोंदिया शहर में लगे मोबाइल टावरों से नगर परिषद को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। शहर के 54 मोबाइल टावरों पर ₹27.36 लाख का बकाया है, जिसका भुगतान करने में मोबाइल कंपनियां लापरवाही बरत रही हैं। यह स्थिति न केवल नगर परिषद के लिए वित्तीय चुनौती खड़ी कर रही है, बल्कि इन टावरों की सुरक्षा और नियमों के पालन पर भी सवाल खड़े कर रही है।
शहर में मोबाइल टावरों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ कई सुरक्षा संबंधी मुद्दे भी सामने आए हैं। यह आरोप लगाया गया है कि कई टावर बिना आवश्यक अनुमति के या फर्जी अनुबंधों पर लगाए गए हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गोंदिया में कितने टावर अनाधिकृत हैं। नगर पालिका सूत्रों के अनुसार, 54 टावरों में से कुछ नियमित रूप से टैक्स का भुगतान कर रहे हैं, जबकि कुछ कंपनियों के मामले अभी भी अदालत में लंबित हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कई टावर पुरानी और कमजोर इमारतों पर लगाए गए हैं। इससे इमारतों की संरचना पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बेहद खतरनाक हो सकता है। यह स्थिति सीधे तौर पर नागरिकों के जीवन को खतरे में डालती है।
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नगर परिषद को इस मामले पर ध्यान देने की सख्त जरूरत है। नियमों के अनुसार, अगर कोई कंपनी बिना परमिट के टावर लगाती है, तो नगर परिषद उसका काम रोक सकती है, भारी जुर्माना लगा सकती है, और नियमों का पालन न करने पर टावर को सील भी कर सकती है। इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि न केवल बकाया राजस्व की वसूली हो सके, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके।