गोंदिया की राजनिती में आया भूचाल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gondia Municipal Council Polls: गोंदिया जिले में स्थानीय निकाय चुनाव के चलते राजनीतिक वातावरण पूरी तरह गर्मा गया है। नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में शामिल भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित गुट) के उम्मीदवार अब एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोंकते दिखाई दे रहे हैं। नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि गोंदिया-तिरोड़ा नगर परिषद तथा गोरेगांव-सालेकसा नगर पंचायत में महायुति के तीनों घटक दल आमने-सामने उतर चुके हैं।
विधानसभा चुनाव में एकजुटता दिखाने वाली महायुति अब स्थानीय निकाय चुनाव में पूरी तरह अलग-अलग राह पर चलते हुए दिखाई दे रही है। इस त्रिकोणीय मुकाबले ने मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि कुछ ही माह पूर्व जो नेता एक ही मंच पर साथ नजर आ रहे थे, वही अब एक-दूसरे के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
गोंदिया नगर परिषद में नगराध्यक्ष पद के लिए महायुति के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।
भाजपा में टिकट वितरण को लेकर नाराजगी भी सामने आई है। प्रारंभ में प्रबल दावेदार माने जा रहे अमित बुद्धे की जगह कशीश जायसवाल को टिकट मिला। उपेक्षा महसूस कर रहे डॉ. प्रशांत कटरे ने भाजपा छोड़कर शिवसेना (शिंदे) में प्रवेश लिया और सीधे नगराध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो गए।
तिरोड़ा नगर परिषद के नगराध्यक्ष पद के लिए पांच उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पांच अलग-अलग दलों की मौजूदगी से मतों का विभाजन तय माना जा रहा है, जिससे मुकाबला और भी दिलचस्प बन गया है।
सालेकसा नगर पंचायत का नगराध्यक्ष पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है।
ये भी पढ़े: उपभोक्ता लगा रहे राशन दुकान के चक्कर, ई-पास मशीन बंद पड़ने से गरीब व सामान्य लोग खाद्यान्न से वंचित