अर्जुनी मोरगांव. अर्जुनी मोरगांव वन परिक्षेत्र अंतर्गत रामघाट बिट कक्ष क्र. 254 बी में वन कर्मचारी व वन मजदूर 13 जनवरी की सुबह गश्त लगा रहे थे तभी उन्हें एक बाघ मृतावस्था में दिखाई दिया था. उन्होंने इसकी जानकारी उपवन संरक्षक व संबंधित अधिकारियों को दी थी.
उपवन संरक्षक कुलराजसिंग के साथ वन विभाग के अधिकारी तथा मानद वन्यजीव संरक्षक मुकूंद धुर्वे, सावन बहेकार घटना स्थल पर पहुंचे थे. जांच के दौरान मृत बाघ का जबड़ा व नाखून गायब पाए गए थे. वन विभाग ने विद्युत करंट लगाकर बाघ के शिकार होने की संभावना जताई थी. बाघ का पंचनामा किया गया था. उक्त बाघ की उम्र 4 वर्ष बताई गई थी.
वन विभाग ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 25 हजार रु. का ईनाम रखा था. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रथम श्रेणी न्याय दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया जहां उन्हें 21 जनवरी तक वन कस्टडी दी गई है. जांच उपवन संरक्षक कुलराजसिंग तथा तेंदू कैंप के सहायक वन संरक्षक सदगीर के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्राधिकारी बी.टी.दुर्गे, क्षेत्र सहायक यू.टी.गोटेफोडे कर रहे है.