सीएम देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमपर्ण करते नक्सली भूपति व केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (सोर्स: सोशल मीडिया)
Surrendered Naxalites Get A Chance To Contest Elections: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) के प्रमुख व केन्द्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने हिंसा का मार्ग छोड़ने वाले नक्सलियों को राजनीति में आकर मुख्यधारा से जुड़ने को कहा है। उन्होंने कहा कि जिन नक्सलवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर देश के संविधान की राह पर चलने का निर्णय लिया है वे राजनीति में आएं। आरपीआई उन्हें चुनाव लड़ने का अवसर देगी।
नागपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गड़चिरोली में 10 करोड़ के इनामी नक्सली भूपति सहित 60 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नक्सल संगठनों में अनेक उच्च शिक्षित युवक-युवती भी शामिल हैं। वे भटक गए थे। केन्द्र व राज्य सरकारें उन्हें समाज व विकास की मुख्यधारा में वापस लाने का प्रयास कर रही हैं।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने गड़चिरोली में उन्हें संविधान की प्रति देकर मुख्यधारा में शामिल किया है। अगर वे चाहें तो आरपीआई उन्हें चुनाव में टिकट देगी। वे भी देश के विकास में सहभागी बन सकते हैं। प्रेस-परिषद में पूरनचंद्र मेश्राम, राजन वाघमारे, बालू घरडे, विनोद थूल भी उपस्थित थे।
मुंबई महानगरपालिका चुनाव के चलते राज व उद्धव ठाकरे के एक साथ आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दोनों भाई साथ आए तो उन्हें कुछ लाभ मिल सकता है लेकिन महायुति ही आगे रहेगी। बिहार चुनाव पर कहा कि नीतीश कुमार ही एनडीए के सीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि उनके नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। कांग्रेस के वोट चोरी के आरोपों पर आठवले ने सवाल दागा कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में किसने वोट चोरी की थी।
रिपाई एकजुटता पर उन्होंने बताया कि एकजुटता के साथ ही आरपीआई की ताकत बढ़ाने के लिए 8 मार्च 2026 को नागपुर के केपी ग्राउंड में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने रिपब्लिकन गुटों को एक साथ आने की अपील की। उन्होंने बताया कि देशभर में केवल हमारी आरपीआई ही कार्यरत है। 2 राज्यों में हमारे विधायक हैं। और 2 राज्यों में विधायक होंगे तो आरपीआई को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल हो जाएगा।