गिरफ्तार आरोपी व वन विभाग के अधिाकरी (फोटो नवभारत)
Gadchiroli News In Hindi: गड़चिरोली के धानोरा में वन्यजीव का शिकार कर उसके मांस की बिक्री करने की जानकारी मिलने के बाद वनविभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की और सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में लांगटोला निवासी विलास वासुदेव उईके, पेटतुकुम निवासी किरपाल सिंह भगत सिंह डांगी, धानोरा निवासी किशोर बाबूराव हलामी, महेश भीमराव पावे, प्रकाश आनंदराव वाघाडे, रमेश राम सिंह मडावी और पवनी गांव निवासी सुनिल रूषि गावडे शामिल हैं।
सूचना के अनुसार, वनपरिक्षेत्राधिकारी कार्यालय दक्षिण धानोरा को जंगल में वन्यजीव का शिकार कर उसके मांस की अवैध बिक्री की खबर मिली। इस आधार पर वनविभाग की टीम ने लांगटोला निवासी विलास उईके के घर पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान उईके के घर के समीपस्थ गड्ढे में एक थैली में वन्यजीव का मांस बरामद हुआ।
बरामद मांस के आधार पर वनकर्मचारियों ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की। इस कार्रवाई में सातों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ वनकानून के तहत मामला दर्ज किया गया। वनविभाग का कहना है कि यह कार्रवाई वन्यजीव संरक्षण और अवैध शिकार रोकने के लिए की गई।
मामले की जांच मुख्य वनसंरक्षक रमेश कुमार, उपवनसंरक्षक आर्या वी. एस., सहायक वनसंरक्षक अंबरलाल मडावी के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्राधिकारी सुमित पुरमशेट्टीवार और उनकी टीम कर रही है। वनविभाग का मानना है कि आरोपी मवेशियों की खरीद-फरोख्त से जुड़े हैं, और संभव है कि इस मामले में अन्य लोग भी शामिल हों।
यह भी पढ़ें:- Maharashtra Ka Mausam: महाराष्ट्र में आज भी कहर बरपाएगी बारिश, 6 जिलोंं में रेड तो 6 में ऑरेंज अलर्ट
वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे वन्यजीवों के अवैध शिकार और मांस की बिक्री से संबंधित किसी भी गतिविधि की जानकारी तुरंत वनकर्मचारियों को दें। वन्यजीवों के संरक्षण के लिए यह कदम अत्यंत जरूरी माना जा रहा है।
इस कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि वन्यजीवों के संरक्षण और अवैध गतिविधियों पर वनविभाग की सतर्क नजर बनी हुई है। गड़चिरोली जिले में वन्यजीवों और उनके आवास की सुरक्षा के लिए वनकर्मचारियों द्वारा निरंतर निगरानी जारी है।