सावनेर में मची तबाही (सौजन्य-नवभारत)
Heavy Rainfall in Rural Areas: सावनेर में शुक्रवार की शाम को तहसील में तेज हवा, बिजली और मूसलाधार बारिश ने लगभग 2 घंटे तक कोहराम मचाया। जिसमें तहसील के नांदा, उमरी, केलोद, मालेगांव, जोगा, नांदा, जैतपुर, छत्रापुर, खुरसापार, सावली, जटामखोरा, रायबाचा, बिडगांव, रामपुरी, जलालखेड़ा, पंढरी, हेटी, सालई, उमरी, तेलंगखेड़ी, भागीमारी, नरसाला, खापा (न.) में मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाओं ने कहर बरपाया।
इस भयंकर मौसम से इलाके में बड़े पैमाने पर खेती का जबरदस्त नुकसान हुआ। यह तूफानी बारिश का तांडव ऐसा था कि तैयार हो चुकी संतरा और मौसंबी की फसल पूरी तरह से ज़मीन पर गिर गई है, अम्बे बहार (आंबा बहार) के संतरों की भी तेज हवा के कारण जमीन पर फल गिर गये। संतरा, मौसंबी के पेड़ जमींदोज हो गये।
इस क्षेत्र की मुख्य कपास की फसल ज़मीन पर गिर गई। फसल पर लगे फूल और पत्तियां पूरी तरह से मिट्टी में मिल गए जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ। कई किसानों के खेतों में बने पशुओं के शेड की टीन की चादरें उड़ गईं, जिससे शेड को भी नुकसान पहुंचा। वही गांवों के घरों की टीन की छप्पर उड़ गई। कई घरों में पानी घुस गया। कोलार नदी में बाढ़ आ गई व रास्तों पर के ढाबे, होटल के तिरपाल उड़ गये।
इससे क्षेत्र के किसानों तथा ग्राम वासियों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ और पीड़ित किसानों द्वारा प्रभावित क्षेत्र का तुरंत सर्वेक्षण (सर्वे) कर नुकसान का सही आकलन कर वास्तविक स्थिति सरकार के समक्ष रखकर मुख्य फसलें कपास, तुअर, संतरा और मौसंबी को हुए भारी नुकसान को देखते हुए, किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की गई।
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तहसील के अनेक गांवों में बारिश से फसलों की हुईं तबाही पर क्षेत्र के विधायक डॉ. आशीष देशमुख, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर कुंभारे, डॉ. राजीव पोतदार, तहसील उप विभागीय अधिकारी सम्पत खलाटे, तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी, कृषि अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा नुकसान ग्रस्त खेतों का दौरा कर किसानों से बातचीत कर समस्या को सुना। विधायक देशमुख द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियो को तुरंत नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का सर्वे कर किसानों को उचित मुआवजा देने का आदेश दिया।