नागपुर में ओबीसी के आंदोलन में पहुंचे गड़चिरोली के नेता (फोटो नवभारत)
Maharashtra News: ओबीसी समाज के न्याय अधिकारों के लिए नागपुर के संविधान चौक में 30 अगस्त से श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू हुआ है। अनशन के दूसरे दिन गड़चिरोली जिले के भाजपा व ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारियों ने पूर्व सांसद तथा भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डाॅ. अशोक नेते के नेतृत्व में भेंट दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओबीसी आरक्षण से किसी को भी आरक्षण न दें।
इस दौरान पूर्व सांसद डाॅ. अशोक नेते ने राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष डाॅ. बबनराव तायवाडे से विस्तृत चर्चा करते हुए ओबीसी समाज के न्याय अधिकारों के लिए अपना समर्थन घोषित किया। इस समय पूर्व सांसद नेते ने कहा कि ओबीसी समाज का आरक्षण पीढ़ी दर पीढ़ी की लड़ाई व संघर्ष का फलती है।
इस आरक्षण में किसी को भी दखलअंदाजी करने का अधिकार नहीं है। किसी को भी ओबीसी के आरक्षण से आरक्षण न दें, हमने गड़चिरोली में भी आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन किया। ओबीसी के न्याय अधिकारों के लिए हम एकदिल से एक साथ रहने वाले है। यह लड़ाई एकसंघ रहने पर ही सफल होगी। इस समय भाजपा पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने ओबीसी समाज के न्याय अधिकारों के लिए समर्थन होने की बात कही।
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इस समय पूर्व जिलाध्यक्ष प्रशांत वाघरे, किसान मोर्चा के सचिव रमेश भुरसे, जिला महामंत्री प्रकाश गेडाम, ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष भास्कर बुरे, पूर्व जिलाध्यक्ष (ओबीसी मोर्चा) अनिल पोहनकर, शेषराव येलेकर, आरपीआई (आठवले गुट) जिलाध्यक्ष मेघश्याम घुटके, प्रा। चिकटे, रत्नदीप म्हशाखेत्री, गणेश दहेलकर, सचिन भुसारी समेत अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
इधर मुंबई पुलिस ने मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल को नियमों का उल्लंघन करने के लिए नोटिस जारी किया है। अदालत के निर्देशों के बाद मंगलवार को मुंबई पुलिस ने मनोज जरांगे पाटिल को नोटिस भेजा। साथ ही, पुलिस ने मनोज जरांगे की ओर से मांगे गए विरोध प्रदर्शन की अनुमति को अस्वीकार किया है। आजाद मैदान पुलिस ने जरांगे पाटिल की कोर कमेटी को एक नोटिस जारी कर उन्हें जल्द से जल्द आजाद मैदान खाली करने का निर्देश दिया है।