स्वास्थ्य विभाग के ठेकाकर्मचारी (फोटो नवभारत)
Health Department Contract Workers Strike: गड़चिरोली जिले के स्वास्थ्य विभाग में ठेका पद्धति से काम करने वाले कर्मचारियों को कम वेतन में काम करना पड़ रहा है। जिससे किमान वेतन अधिनियम 1948 अनुसार ठेका कामगारों को भी वेतन दें, इस मांग को लेकर सोमवार से जिले के करीब 200 कामगार कामबंद आंदोलन करेंगे। ऐसी जानकारी शनिवार को स्थानीय विश्रामगृह में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वंचित बहुजन आघाड़ी के पूर्व विदर्भ समन्वयक बालू टेंभुर्णे ने दी है।
टेंभुर्णे ने बताया कि गड़चिरोली के जिला अस्पताल, जिला महिला व बाल अस्पताल समेत स्वास्थ्य उपकेंद्र में एमवीजी और ओजोन कंपनी द्वारा ठेका पर जिले में करीब 200 कामगार कार्यरत है। लेकिन संबंधित कामगारों को निश्चित वेतन अनुसार वेतन नहीं मिलने के कारण अब कामगारों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ेगा।
एमवीजी नामक नासिक के तंत्रज्ञान व ओजोन चंद्रपुर के ठेकेदार के पास पिछले 8 से 10 वर्षों से करीब 200 महिला-पुरुष कामगार स्वच्छता की जिम्मेदारी संभाल रहे है। 8 घंटे काम करने वाले इन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन देना अनिवार्य होते हुए भी ठेकेदार द्वारा मनमानी कर कामगारों को केवल 9 हजार और 11 हजार रुपये अल्प वेतन दिया जा रहा है।
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दोनों ठेकेदारों के पास काम करने वाले कामगारों को किमान वेतन अनुसार 15800 वेतन देने की मांग को लेकर सोमवार 20 अक्टूबर से जिले के कामगार बेमियादी आंदोलन करने की जानकारी दी।
संवाददाता सम्मेलन में जीके बारा शिंगे, भारत रायपुरे, साक्षी मडावी, भावना उरकुडे, वैशाली सालोरकर, साक्षी मडावी, साक्षी तुबडे, भावना उरकुडे, रवि उंदिरवाडे, नितेश जुमनाके, देवीदास समर्थ, पवन नान्हे, विलास घुबडे, अभिषेक मानकर, श्रीधर चिमुरकर आदि समेत बड़ी संख्या में ठेका कामगार उपस्थित थे।