आदिवासी किसानों का भला (सौजन्य-नवभारत)
Tribal Farmers Benefit: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदिवासी विकास, कृषि क्षेत्र व बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने की दूरदृष्टि के चलते गड़चिरोली जिले के एटापल्ली तहसील के लिए 12.76 करोड़ रुपयों का महत्त्वाकांक्षी ‘समग्र विकास प्रकल्प’ चलाया जाने वाला है। इस प्रकल्प के माध्यम से आदिवासी समुदाय को आजीविका, रोजगार तथा जलसुरक्षा का तीहरा लाभ मिलने वाला है।
‘हिंदुस्तान यूनिलीवर फाउंडेशन’ (एचयूएफ) तथा ‘वॉटरशेड ऑर्गनाइजेशन ट्रस्ट’ (वीओटीआर) के सहयोग से प्रकल्प मई 2025 से मार्च 2028 की अवधि में एटापल्ली तहसील के 30 गांवों में 3 हजार किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव होने वाले है। यह प्रकल्प आदिवासी समुदाय के जीवनस्तर का दर्जा उंचा उठाकर उन्हें पूरी तरह से स्वयंपूर्ण बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसमें पानी की किल्लत, खेती तथा वन आधारित आजीविका के समस्याओं का निवारण किया जाएगा।
समग्र विकास प्रकल्प के माध्यम से एटापल्ली तहसील में आजीविका, रोजगार व जल सुरक्षा के लाभ प्राप्त किए जाने वाले है। इस तीनों लाभ में आजीविका को बल यानी उत्पादन में वृद्धि महत्वपूर्ण है। इस प्रकल्प से सहभागी किसानों के लिए 15.12 करोड़ रुपयों की अतिरिक्त आय निर्माण होगी। इससे उनकी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद होगी। इसके साथ ही 4,212 टन अतिरिक्त कृषि उत्पादन होने की अपेक्षा है।
इस प्रकल्प के दूसरा लाभ रोजगार निर्मिती है। इस प्रकल्प के माध्यम से गांव में ही 4,30,600 मनुष्य दिवस इतने अतिरिक्त रोजगार की निर्मिती होगी। इससे शिक्षित युवकों का स्थलांतर रुकेगा, वहीं आदिवासी महिलाओं को कृषि-व्यवसाय तथा वन-आधारित व्यवसाय में सक्रिय सहभाग ले सकेंगे।
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वहीं जलसुरक्षा (पानी की बचत) में इस प्रकल्प में जलसंधारण तथा जल प्रबंधन के बुनियादी सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। जिससे 3 वर्षों में करीब 9.6 अब्ज लीटर पानी की बचत करने का लक्ष्य है।
यह ‘होलिस्टिक डेवलपमेंट’ प्रकल्प सफल करने के लिए कुल 12 करोड़ 76 लाख 7 हजार 252 रुपये का खर्च अपेक्षित है। इसमें से हिंदुस्थान यूनिलीवर फाउंडेशन का योगदान 6 करोड़ 86 लाख 76 हजार 105 रुपये है। वहीं अन्य राशि (5, 89, 31,147 रुपये) सह-निधि से जमा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में इस प्रयास से गड़चिरोली के आदिवासी समुदाय को शाश्वत विकास की दिशा में व्यापक गति मिलने की अपेक्षा व्यक्त हो रही है।