
6 केंद्रों पर करोड़ों का धान खुले में (सौजन्य-नवभारत)
Dhanora Tehsil News: गड़चिरोली जिले में आदिवासी विकास महामंडल द्वारा प्रति समर्थन मूल्य योजना अंतर्गत बड़े पैमाने पर धान की खरीदी की जाती है। लेकिन मिलर्स द्वारा वर्ष 2024-25 सत्र में खरीदी किया गया धान अब तक नहीं उठाने और मिलिंग नहीं होने से करोड़ों रुपये का धान खुले में पड़ा है।
धानोरा तहसील के कुल 9 केंद्रों में अब तक 6 केंद्रों पर कुल 15 करोड़ 70 लाख रुपये के 34 हजार 902 क्विंटल धान खुले में पड़ा है। जिससे इस वर्ष खरीदी करने के लिए बड़ी दिक्कते निर्माण होकर किसानों की मेहनत मिट्टी में मिलने की बात किसानों द्वारा कही जा रही है। धानोरा तहसील में महामंडल के उपप्रादेशिक कार्या अंतर्गत धानोरा व पेंढरी में धान खरीदी केंद्र है।
वहीं आविका संस्था द्वारा 7 खरीदी केंद्र है। इनमें दुधमाला, कारवाफा, मोहली, सोडे, चातगांव व सुरसुंडी केंद्रों पर खुले में रखे अब तक उठाए नहीं गये है। वहीं रांगी केंद्र का धान उठाए नहीं जाने के बाद भी यहां का कुछ धान शेड में तो कुछ धान खुले में पड़ा है। लेकिन शेष 6 केंद्रों का धान खुले में होकर उक्त धान नहीं उठाए जाने से इस वर्ष धान खरीदी कैसे करे? ऐसा प्रश्न उपस्थित हो रहा है। जिससे किसान समेत नागरिकों में तीव्र नाराजगी व्यक्त की जा रही है।
| खरीदी केंद्र | शेष धान (क्विंटल) |
|---|---|
| दुधमाला | 3,222.92 |
| कारवाफा | 7,416.07 |
| मोहली | 5,319.32 |
| सोडे | 10,468.92 |
| चातगांव | 3,745.10 |
| सुरसुंडी | 4,730.28 |
महामंडल के उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आने वाले धानोरा व पेंढरी केंद्र पर अब तक 17 हजार 300 क्विंटल धान खुले में पड़ा है। पेंढरी केंद्र का कुछ धान पिसाई के लिए उठाया गया है। तो कुछ धान शेड में पड़ा है। धानोरा केंद्र का एक भी धान उठाया नहीं गया है। जिससे उपप्रादेशिक कार्यालय को इस वर्ष धान खरीदी करने के लिए बड़ी मुश्किल उठानी पड़ेगी।
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धान पिसाई की अवधि जुलाई 2025 में खत्म हो गयी। है। अब 5 माह की अवधि हुई। वरिष्ठ कार्यालय के पास धान उठाने के लिए पत्रव्यवहार किया गया है। अनुमति मिलते ही धान भिजवाया जाएगा।
– हेमंत सोनवणे, उपप्रादेशिक प्रबंधक, धानोरा






