
महिला नक्सली ने पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
गड़चिरोली: नक्सलियों द्वारा पीएलजीए सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान ही एक कुख्यात महिला नक्सली ने पुलिस दल के समक्ष हथियार डालते हुए आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली का नाम अहेरी तहसील के नैनेर निवासी तारा उर्फ शारदा ऊर्फ ज्योती दस्सा कुलमेथे (28) है। नक्सलियों द्वारा 2 नवंबर से नक्सल सप्ताह मनाया जा रहा है।
सप्ताह के पहले ही दिन ही कुख्यात महिला नक्सली तारा ऊर्फ शारदा ऊर्फ ज्योती दस्सा कुलमेथे ने जिला पुलिस दल तथा सीआरपीएफ पुलिस दल के समक्ष आत्मसर्पण किया है। सरकार ने उक्त महिला नक्सली पर 2 लाख रुपए का इनाम रखा था। महिला नक्सली के आत्मसमर्पण करने के कारण नक्सल आंदोलन को बड़ा झटका लगने की बात कहीं जा रही है।
आत्मसमर्पण योजना के चलते अब तक 679 नक्सली पुलिस के शरण में आकर नवजीवन शुरू किया है। महिला नक्सली का आत्मसमर्पण कर मुख्यप्रवाह में लाने की कार्यवाही नक्सल विरोधी अभियान नागपुर के विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटील, गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ 9 बटालियन के शंभु कुमार, उपकमांडेंट सुमीत वर्मा के मार्गदर्शन में की गई।
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महिला नक्सली तारा वर्ष 2016 में अहेरी दलम में सदस्य पद पर कार्यरत थी। वर्ष 2018 से अब तक वह भामरागड़ दलम में कार्यरत थी। उसका 8 मुठभेड़ में प्रत्यक्ष सहभाग रहा था। जिसमें वर्ष 2016 में हुए कवठाराम जंगल परिसर की मुठभेड़, वर्ष 2017 में शेडा-किष्टापुर जंगल परिसर में मुठभेड़, आशा-नैनेर जंगल परिसर में मुठभेड़, वर्ष 2029 में मोरमेट्टा जंगल परिसर में मुठभेड़, वर्ष 2020 में आलदंडी जंगल परिसर में मुठभेड़, येरदलमी जंगल परिसर में मुठभेड़, वर्ष 2021 में काकुर माड एरिया (छत्तीसगढ़) जंगल परिसर में मुठभेड, वर्ष 2023 में हिक्केर जंगल परिसर में मुठभेड़ में उसका प्रत्यक्ष सहभाग था।
इसके साथ ही 3 हत्याओं के मामले में भी वह शामिल थी। जिसमें वर्ष 2021 में कोठी में हुई हत्या, वर्ष 2023 में मिलदापल्ली में हुई हत्या तथा वर्ष 2024 में ताडगांव में हुए बेगुनाह नागरिक के हत्या के मामले शामिल है। इसके साथ ही वर्ष 2022 में कापेवंचा राजाराम (खां) में डकैती के मामले में भी उसका सहभाग रहा था।
हिंसा भरे जीवन से तंग आकर तारा कुलमेथे ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। उसने आत्मसर्पण के कारण बताएं है। जिसमें उसने कहा है कि, नक्सल दलम में दिनरात जंगल में भटकने का जीवन होने से स्वास्थ्य की समस्या निर्माण होने पर ध्यान नहीं दिया जाता है। महाराष्ट्र सरकार ने उस पर 2 लाख रुपए का इनाम रखा था। लेकिन उसने आत्मसर्पण करने से आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वसन हेतु केंद्र व राज्य सरकार द्वारा तारा को कुल 4.5 लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया है।
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पुलिस दल ने व्यापक प्रभावी रूप से नक्सल विरोधी अभियान चलाने के कारण तथा सरकार ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण का अवसर उपलब्ध कराने के चलते वर्ष 2022 से अब तक कुल 31 कुख्यात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
इस समय पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने नक्सलियों से आह्वान करते हुए कहा कि, विकासकार्यों में रूकावट निर्माण करने वाले नक्सलियों पर पुलिस दल सक्षम रूप से कार्रवाई करने के लिए तत्पर है। जो नक्सली विकास के मुख्य प्रवाह में शामिल होने के इच्छूक है। उन्हें विकास के मुख्य प्रवाह में लाने के लिए तथा लोकतंत्र में सम्मान का जीवनयापन करने गड़चिरोली पुलिस दल सभी स्तर से मदद करेगा। वहीं जिससे वे हिंसा का त्याग कर शांति का मार्ग अपनाएं।






