'एक गांव एक पुस्तकालय' पहल में 4200 छात्र शामिल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गडचिरोली: पुलिस ने नक्सल प्रभाव का मुकाबला बल के माध्यम से नहीं, बल्कि शिक्षा के माध्यम से करने के लिए ‘एक गांव, एक पुस्तकालय’ नामक एक परिवर्तनकारी पहल शुरू की है। प्रोजेक्ट उड़ान के अंतर्गत शहीद पांडु आलम सभागार और जिले के 71 पुस्तकालयों में अभ्यास पत्र संख्या 7 का सफल आयोजन किया गया। एक गांव एक पुस्तकालय पहल में इस वक्त 4200 के करिब छात्र शामिल हुए है।
इस वक्त एसपी नीलोत्पल कदम ने कहा कि “2 साल पहले, हमने ‘एक गांव एक पुस्तकालय’ पहल के तहत सिर्फ़ एक पुस्तकालय से शुरुआत की थी। आज, ज़िले भर में 71 पुस्तकालय कार्यरत हैं और 8,000 से ज़्यादा युवा सक्रिय रूप से उनका उपयोग कर रहे हैं। नलगुंडा जैसे दूरदराज के इलाकों में, हमने इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए पुस्तकालय को अपनी पुलिस चौकी के वाई-फ़ाई से जोड़ा है।”
एसपी नीलोत्पल ने जानकारी देते हुए आगे कहा कि आज, इन 71 पुस्तकालयों में 8,000 से ज़्यादा युवा अध्ययन कर रहे हैं। पिछले ढाई सालों में, इनमें से 205 युवाओं का चयन पुलिस बल में हुआ है, और कई अन्य को राजस्व विभाग में नौकरी मिली है… ये पुस्तकालय वाई-फ़ाई, किताबें और ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे इन छात्रों को आगे बढ़ने का एक मंच मिलता है।
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#WATCH | Maharashtra | Gadchiroli Police launched a transformative initiative called ‘One Village, One Library’ to counter Naxal influence not through force, but through education.
SP Neelotpal says, “Two years ago, we started with just one library under the ‘One Village One… pic.twitter.com/6QI0Bzr7cc
— ANI (@ANI) July 12, 2025
एसपी नीलोत्पल कहा कि 2020 से पहले, या उससे भी पहले, माओवादी समूह युवाओं को गुमराह करते थे, और उनमें उचित जुड़ाव का अभाव था। गडचिरोली के युवाओं को सकारात्मक रूप से जोड़ने और उन्हें अवसर प्रदान करने के लिए, हमने यह पहल शुरू की…”
इस पहल के माध्यम से गांवों में स्थानीय पुस्तकालयों को समुदाय के सदस्यों द्वारा स्वैच्छिक रूप से चलाया जाता है, जो पढ़ने की सामग्री प्रदान करते हैं और विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हैं। कुछ गैर-सरकारी संगठन और सरकारी पहल भी “एक गांव, एक पुस्तकालय” की अवधारणा को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय स्थापित करने में मदद कर रहे हैं।
प्रोजेक्ट उडान अंतर्गत शहीद पांडु आलाम सभागृह व जिल्ह्यातील 71 वाचनालयांमध्ये सराव पेपर क्र. 07 चे यशस्वी आयोजन!
एक गाव एक वाचनालय उपक्रमातून 4200 विद्यार्थ्यांचा सहभाग#ProjectUdaan #GadchiroliPolice #OneVillageOneLibrary #YouthEmpowerment #MissionUdaan #गडचिरोली pic.twitter.com/KnaSQuwng9— गडचिरोली पोलीस – GADCHIROLI POLICE (@SP_GADCHIROLI) July 8, 2025
बता दें कि “एक गांव, एक पुस्तकालय” का मतलब है, हर गांव में एक पुस्तकालय होना चाहिए। यह एक ऐसी पहल है जिसका उद्देश्य ग्रामीण समुदायों में शिक्षा और ज्ञान को बढ़ावा देना है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने की संस्कृति को विकसित करने और पुस्तकालयों के माध्यम से ज्ञान तक पहुंच प्रदान करने पर केंद्रित है।