ताड़ोबा में शराबियों का तांडव (सौजन्यः सोशल मीडिया)
चंद्रपुर: चंद्रपुर ताड़ोबा-अंधारी बाघ परियोजना के बफर ज़ोन में पर्यावरण और शांति के नाम पर खुले रिसॉर्ट अब खुलेआम हुड़दंग और हिंसा के केंद्र बनते जा रहे हैं। पद्मापुर गांव के पास स्थित एक रिसॉर्ट में सोमवार को जो कुछ हुआ, उसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। शराब के नशे में धुत युवकों ने पूल पार्टी के दौरान डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद में रिसॉर्ट मैनेजर पर चाकू से हमला कर दिया।
गंभीर रूप से घायल मैनेजर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी पांचों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, ताड़ोबा के बफर ज़ोन में तेजी से रिसॉर्ट्स की संख्या बढ़ रही है। इन रिसॉर्ट्स में डीजे, शराब और पूल पार्टियों का ऐसा माहौल बनता जा रहा है, जो वन्यजीवों के लिए घातक साबित हो रहा है। और अब बात केवल पर्यावरण की नहीं रह गई, बल्कि यहां गुंडागर्दी और हिंसक घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं।
सोमवार सुबह करीब 11 बजे, घुग्घूस इलाके के पांच युवक पद्मापुर के पोद्दार रिसॉर्ट पहुंचे थे। डीजे साउंड को लेकर उनका रिसॉर्ट प्रबंधक से विवाद हुआ। देखते ही देखते बहस इतनी बढ़ी कि युवकों ने चाकू निकालकर सीधे उस पर हमला कर दिया और घटनास्थल से फरार हो गए। लहूलुहान हालत में घायल मैनेजर को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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घटना की सूचना मिलते ही दुर्गापुर पुलिस ने घेराबंदी कर महज दो घंटे के भीतर पांचों आरोपियों को भद्रावती से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान ललित गाताडे, आकाश आसुटकर, विष्णु बोंगाले, करण तीर्थगिरीवार और कृष्णा तोगार के रूप में हुई है। सभी आरोपी घुग्घूस के निवासी हैं।
पुलिस ने उनके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। यह घटना केवल एक रिसॉर्ट तक सीमित नहीं है। यह एक गंभीर चेतावनी है कि बफर ज़ोन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ते रिसॉर्ट्स किस तरह कानून, पर्यावरण और नैतिकता की धज्जियां उड़ा रहे हैं।