RSS के दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिवराव गोलवलकर व उनकी किताब ‘बंच ऑफ थॉट्स' (सोर्स: सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के अपमान का मुद्दा गरमा गया है। नागपुर के एक कथित पत्रकार प्रशांत कोरटकर के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी द्वारा औरंगजेब की तारीफ और शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगा। इसके बाद RSS नेता भैयाजी जोशी ने मराठी को लेकर कहा कि मुंबई की भाषा मराठी नहीं है। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल मच गया। अब RSS के पूर्व सरसंघचालक गोलवलकर ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया ऐसा दावा किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिवराव गोलवलकर की किताब ‘बंच ऑफ थॉट्स’ में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाला बयान होने का दावा करने वाले दो फेसबुक अकाउंट के खिलाफ नागपुर पुलिस के समक्ष शिकायत की गई है।
‘संवेदना परिवार संस्था’ के सचिव सागर कोतवालीवाले ने अपनी शिकायत में दावा किया कि दोनों सोशल मीडिया खातों द्वारा दी गई जानकारी झूठी है और यह समाज में विद्वेष पैदा करने का प्रयास है। कोतवालीवाले ने नागपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘‘मैं जल्द ही नागपुर पुलिस आयुक्त से मिलकर इन दोनों फेसबुक अकाउंट चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करूंगा।”
कोतवाली पुलिस थाना के एक अधिकारी ने ‘संवेदना परिवार संस्था’ के सचिव सागर कोतवालीवाले की शिकायत मिलने की पुष्टि की और कहा कि आगे की कार्रवाई साइबर टीम द्वारा की जाने वाली जांच के आधार पर की जाएगी।
बता दें कि माधव सदाशिवराव गोलवलकर को ‘गुरुजी’ के नाम से जाना जाता है और वह 1940 से 1973 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे सरसंघचालक तथा विचारक थे। हिन्दुत्व की विचारधारा का प्रवर्तन करने वालों उनका नाम प्रमुख है। वे संघ के कुछ आरम्भिक नेताओं में से एक हैं। ‘बंच ऑफ थॉट्स’ उनके भाषणों का संकलन है।
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RSS नेता भैयाजी जोशी ने कहा कि “मुंबई में सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि कई भाषाएं हैं।” मुंबई के प्रत्येक भाग की अपनी भाषा है। घाटकोपर क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा गुजराती है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आप मुंबई में रहते हैं या यहां आना चाहते हैं तो आपको मराठी सीखने की जरूरत नहीं है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)