प्रतीकात्मक तस्वीर
चंद्रपुर. भारतीय रेलवे ने लाखों रेल यात्रियों को राहत प्रदान करते हुए डेमू और मेमू पैसेंजर ट्रेनों का किराया कोरोना के पूर्व की तरह कर दिया है. रेल किराये में मिली इस रियायत से लाखों यात्री लाभान्वित होंगे. उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के पूर्व देश भर में पैसेंजर ट्रेनें चला करती थी, जिसका किराया काफी कम होने से इन ट्रेनों में बड़ी संख्या में अत्यंत गरीब परिवार सफर करते थे. परंतु कोरोना संकट के बाद पैसेंजर ट्रेनें बंद कर भारतीय रेलवे ने डेमू और मेमू ट्रेन शुरू की थी. जिनका किराया काफी होने से अत्यंत गरीब परिवार के लोग ट्रेन में सफर नहीं कर पा रहे थे.
भारतीय रेलवे ने निर्णय लेते हुए बढ़ाया गया किराया कम कर दिया है. अब कोरोना के पूर्व जो किराया लिया जाता था, वही किराया लिया जाएगा. इस घोषणा के संदर्भ में जानकारी देते हुए जेडआरयूसीसी सदस्य दामोदर मंत्री ने बताया कि आज से रेल मंत्रालय ने सभी डेमू, मेमू पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम कर दिया है. कोरोना के पहले जो किराया था वही कर दिया गया है. अब बल्लारशाह, चंद्रपुर से वर्धा तक डेमू ट्रेन की टिकट केवल 33 रुपये और चांदाफोर्ट से गोंदिया की टिकट 55 रुपये होगी. इससे गरीब परिवारों को ट्रेन से यात्रा करने में आसानी होगी.
कोविड के समय शुरू की गईं मेमू स्पेशल ट्रेनों का दर्जा अब हट चुका है. रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोच भी बहाल करने के निर्देश दे दिए हैं. रेल यात्री सुविधाओं में भी धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है. ऐसे में अब यात्रियों को फिर से पुराने किराए पर सुविधाओं के साथ सफर करने का मौका मिलेगा. रेलवे ने कोरोना काल में ट्रेनों को स्पेशल दर्जा देते हुए 30 से 40 फीसद तक किराया बढ़ा दिया था. जनरल कोच में भी आरक्षण जरूरी होने पर टिकट के दाम में दोगुनी बढ़ोत्तरी हो गई थी. इसको अब रेलवे ने हटाते हुए सामान्य टिकट पर यात्रा की सुविधा बहाल कर दी है.