बाढ़ में फंसे छात्राओं को सुरक्षित निकाला गया (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chandrapur News: कुछ दिनों की राहत के बाद, दो दिन पहले चंद्रपुर जिले में बारिश ने फिर से दस्तक दी है। चंद्रपुर शहर, राजुरा, कोरपना सिंदेवाही, बल्लारपुर और जिवती तालुकाओं में भारी बारिश हुई। बुधवार दोपहर से शुरू हुई भारी बारिश ने चंद्रपुरवासियों को आफत में डाल दिया। शाम को बारिश की तीव्रता कम हो गई, लेकिन रात में बारिश ने पूरे जिले को अपनी चपेट में ले लिया। गुरुवार को दिन भर मूसलाधार बारिश जारी रही।
चंद्रपुर जिले के 5 तालुकाओं को भारी बारिश का सामना करना पड़ा। कोरपना तालुका में 102.7 मिमी, बल्लारपुर में 94.0 मिमी, जिवती में 82.1 मिमी, राजुरा में 75.4 मिमी और सिंदेवाही तालुका में 66.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। 5 तालुकाओं में भारी बारिश और चौतरफा बारिश के कारण अब नदी-नाले उफान पर है।
मौसम विभाग ने अब शुक्रवार (25) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही बाढ़ की आशंका जताई गई है और नदी किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।
बुधवार को हुई बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। महानगर में बाढ़ जैसे हालात बन गए। तुकुम और शास्त्री नगर में पानी जमा हो गया। तटबंध के अंदर बाढ़ जैसे हालात के कारण दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ। बल्लारपुर, गढ़चंदूर, राजुरा में भी यही स्थिति देखी गई।
चंद्रपुर में भारी बारिश के कारण जलजमाव, कच्ची रास्तों में हुई गड्ढे (फोटो नवभारत)
25-26 जुलाई के बीच पूर्वी विदर्भ में बांधों में जलभराव बढ़ने और नदियों व नहरों में बाढ़ आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे गहरे इलाकों में बाढ़ आ सकती है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण 25-26 जुलाई के बीच विदर्भ (मुख्य रूप से पूर्वी विदर्भ) में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। साथ ही, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नागपुर द्वारा दी गई सलाह के अनुसार, शुक्रवार, 25 जुलाई को चंद्रपुर जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
भंडारा, गोंदिया, गड़चिरोली, चंद्रपुर, नागपुर, वर्धा, अमरावती और यवतमाल जिलों सहित पूर्वी और उत्तरी विदर्भ में सबसे ज़्यादा बारिश होने की संभावना है। वर्तमान पूर्वानुमान के अनुसार, 26 तारीख को अधिकतम वर्षा होने की संभावना है। इस साल जिले में संतोषजनक बारिश हुई है और जून व जुलाई के महीनों में औसतन 106.4% बारिश दर्ज की गई, दो दिन पहले यह रिकॉर्ड 97.3% था।
दिन भर हुई भारी बारिश के कारण राजुरा तालुका की कई सड़कों पर पानी जमा हो गया। नालियां उफान पर थी। ऐसे में राजुरा में पढ़ने आए ग्रामीण इलाकों के स्कूली बच्चे टेंभुरवाड़ी से शिरशी लौट रही बस में फंस गए। सड़क पर तीन से चार फीट पानी भर जाने के कारण रास्ता बंद हो गया था। रात करीब 10 बजे बस में छात्रों के फंसे होने से अभिभावकों में चिंतित थे। ऐसे में बच्चों तक सुरक्षित पहुंचना एक बड़ी चुनौती थी।
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ऐसी आपात स्थिति में विरुर थानेदार संतोष वाकड़े के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने छात्रों की हर संभव मदद की। उन्हें पीने का पानी और बिस्किट दिए गए ताकि उनका उत्साह बढ़े और पानी कम होने के बाद रात 12 बजे तक सभी छात्रों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचा दिया गया। अभिभावकों ने इसके लिए सभी कर्मचारियों को बधाई दी है।
नालों के उफान पर होने के कारण कल शाम वरुर-विरूर मार्ग पर यातायात बाधित रहा। टेंबुरवाही, चिचबोडी, शिरसी इलाकों में सड़कों पर जलभराव के कारण कई वाहन फंसे रहे। खासकर, 60 स्कूली छात्रों को ले जा रही एक बस तीन घंटे तक फंसी रही।
बारिश के अंधेरे में, उन्होंने दो बार स्थिति का निरीक्षण किया और खुद जीप को उनके आगे लगाकर दो बसों को बाहर निकाला। रात भर सतर्क रहकर, सभी छात्रों को सुरक्षित घर पहुंचा दिया गया। पुलिस कर्मी राहुल वैद्य, विजय मुंडे, हर्षल लांडे और अन्य पुलिस अधिकारियों ने इस करतब में भाग लिया।