
गोलीबारी के बाद हाजी सरवर को अस्पताल ले जाते लोग व समर्थकों की भीड़
चंद्रपुर: कुख्यात आरोपी हाजी सरवर शेख की हत्या उसी के एक मित्र द्वारा किए जाने की बात सामने आ रही है। आपसी रंजिश के चलते पुराने मित्र ने सुनियोजित ढंग से हाजी की हत्या कर दी। इस हत्याकांड के मामले में पुलिस ने फिलहाल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
सोमवार को शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र बिनबा गेट परिसर में स्थित शाही दरबार रेस्टोरेंट में दिनदहाड़े हाजी सरवर शेख की गोलीबारी में हत्या हुई थी। हाजी सरवर शेख इस रेस्टोरेंट में अपने कुछ साथियों के साथ बिरयानी खा रहा था कि रेस्टोरेंट में अचानक कुछ हमलावर घुस आए और उन्होंने हाजी पर हमला बोल दिया। इस हमले में हमलावरों द्वारा हाजी के शरीर में चाकू घोंप दिया तो किसी ने रिवाल्वर से फायरिंग की। इस हमले में हाजी के सीने में 2 गोलियां लगी थी। हमले के बाद सभीं हमलावर घटनास्थल से भाग निकले थे। इस हमले में घायल हाजी सरवर शेख की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
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पूरे चंद्रपुर जिले में सनसनी मचाने वाले इस हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार रात में ही 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। जिला पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन का दावा है कि हत्याकांड के बाद पुलिस आरोपियों को तलाशने में लगी ही थी कि देर शाम को 5 लोगों ने आत्मसमर्पण करते हुए कहा कि वे ही हाजी सरवर शेख की हत्या के जिम्मेदार है। पुलिस ने पांचों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को न्यायालय में पेश किए जाने पर आरोपियों पर 4 दिन की पुलिस कस्टडी का आदेश दिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में समीर शेख उर्फ प्रमोद वेलोकर, प्रशांत उर्फ राजेंद्र मोटवानी, नागपुर निवासी नामदेव ढगे, श्रीकांत अशोक कदम और नकोडा निवासी राजेश पुलकलवार है। आरोपियों में 3 दिग्रस के जबकि एक-एक आरोपी क्रमशः नकोड़ा और नागपुर के होने की जानकारी सामने आ रही है। आरोपियों से 4 हथियार तथा हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद किए जाने की जानकारी भी पुलिस अधीक्षक ने दी है। इस मामले में कुछ और आरोपियों की संलिप्त होने की बात कही जा रही है। पुलिस उन आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है।
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बता दें कि हाजी सरवर शेख की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हाजी का पुराना मित्र समीर शेख ही निकला है। पिछले कुछ वर्ष पहले तक आरोपी समीर शेख मृतक हाजी सरवर शेख का ही करीबी मित्र तथा साथी रह चुका है। बताया जाता है कि, हाजी और समीर दोनों मिलकर ही किसी आपराधिक वारदात को अंजाम दिया करते थे।
पुलिस को पिछले दिनों ही हाजी सरवर शेख पर हमला होने की खुफिया जानकारी मिली थी, 2 सप्ताह पहले पुलिस ने हाजी को इस बात से अवगत भी कराया था तथा सचेत रहने की सलाह दी थी। हाजी सरवर शेख हत्याकांड के बाद जिले में अब भी खलबली मची हुई है, हाजी घुग्घुस के पास स्थित नकोड़ा का रहने वाला था, इस गांव में मंगलवार को भी तनाव की स्थिति बनी हुई थी। किसी अप्रिय घटना को टालने हेतु नकोड़ा में दूसरे दिन भी कड़ा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था।
सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के सबसे बड़े 15 गैंगस्टरों में से हाजी सरवर शेख एक गैंगस्टर था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे, उसके खिलाफ मकोका कानून के तहत भी कार्रवाई की गई थी। आपराधिक क्षेत्र से बाहर निकलकर राजनीतिक क्षेत्र में जाने की फिराक में था हाजी यह भी जानकारी मिल रही है कि, जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद से हाजी सरवर शेख आपराधिक दुनिया से बाहर निकलकर राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय होने की फिराक में था।






