(फाइल फोटो)
नासिक : नासिक और त्र्यंबकेश्वर में 2027 में सिंहस्थ कुंभ मेला होने वाला है, जिसके लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव का शोर थमने के बाद कुंभ मेले की तैयारी में तेजी आई है। इस क्रम में जिलाधिकारी जलज शर्मा ने बीते मंगलवार को कुंभ मेले की तैयारी की समीक्षा की। इस बैठक में मनपा ने 6900 करोड़ रुपये का अंतिम प्रस्ताव जिलाधिकारी के सामने पेश किया है, जिसमें साधुग्राम में 3 जलकुंभ और शहर में 9 फ्लाईओवर प्रस्तावित किए गए हैं। कुंभ मेले के तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी अब हर मंगलवार को मनपा की समीक्षा बैठक करेंगे।
2027 के कुंभ मेले के लिए यहां देश-विदेश से 5 करोड़ भक्तों के आने की संभावना जताई जा रही है। साधुओं, महंतों, अखाड़ों और भक्तों की संख्या को ध्यान में रखते हुए बजट में रिंग रोड, नए रास्ते, प्रमुख रास्तों की मरम्मत, पार्किंग, अस्थायी निवारागृह, साधुग्राम आदि कामों का समावेश है। रिंग रोड से जुड़ने वाली 20 मिसिंग लिंक जोड़ने का निर्णय लिया गया है। मनपा ने रिंग रोड की मिसिंग लिंक के भू-सम्पादन सहित लगभग 17 हजार करोड़ का प्रारूप बजट तैयार किया था।
कुंभ मेले की योजना तैयार करते समय मनपा ने साधु ग्राम के लिए भूमि अधिग्रहण और अन्य पहलुओं सहित 17 हजार करोड़ रुपये की मसौदा योजना पेश की थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण मनपा की जिम्मेदारी होने के कारण विभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम ने योजना से 11 हजार करोड़ रुपये की कटौती कर इसे 6,900 करोड़ रुपये कर दिया।
इससे पहले 2015 के सिंहस्थ कुंभ मेले में 2 लाख साधु-महंत नासिक में उपस्थित हुए थे। इसके लिए साधुग्राम के लिए 327 एकड़ जमीन आरक्षित की गई थी। इस पर साधु-महंतों के आखाड़े और खालसों के लिए एक 1729 प्लॉट बनाए गए थे। कुंभ मेले की नासिक और त्र्यंबकेश्वर, दोनों स्थानों पर 2 करोड़ भक्तों ने हाजिरी लगाई थी, जैसा कि प्रशासन ने बताया था। पिछले कुंभ मेले में 27 किलोमीटर की ड्रेनेज लाइन बिछाई गई थी, 2 हजार पथदीप लगाए गए थे औक भक्तों के लिए 9 हजार मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा भक्तों के लिए 5 किलोमीटर के नए घाट बनाए गए थे और 925 दिशा सूचक फलक भी लगाए गए थे।
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आगामी कुंभ के लिए यहां साधुग्राम के लिए 500 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है और 3 हजार प्लॉट का नियोजन किया गया है। लगभग 3 अखाड़े और 1100 खालसों में 5 लाख साधुओं की व्यवस्था करने का नियोजन किया गया है। प्रत्येक पर्वणी में 80 लाख भक्तों के आने की संभावना को ध्यान में रखते हुए 5 करोड़ भक्तों का अनुमान लगाया गया है। आने वाले भक्तों के लिए 15 हजार मोबाइल शौचालय, 9 नए फ्लाईओवर, 5 हजार दिशा सूचक कमानी, शहर में प्रवेश करते समय स्वागत कमानी, 350 किलोमीटर के अंतर्गत सड़क विकास, 60 किलोमीटर बैरिकेडिंग, सेक्टर ऑफिसर, राशन दुकानें, दूध वितरण व्यवस्था, एटीएम, बस परिवहन आदि का नियोजन किया जा रहा है।