बी सुदर्शन रेड्डी(फोटो- सोशल मीडिया)
New Delhi News: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार रहे बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपनी हार के बाद कहा कि वह इस परिणाम को विनम्रतापूर्व स्वीकार करते हैं, लेकिन उनका वैचारिक संघर्ष आगे और भी जोरदार ढंग से जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं और समर्थन के लिए विपक्ष का आभार व्यक्त किया।
रेड्डी ने एक बयान में कहा, ‘‘आज, सांसदों ने भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना फैसला सुना दिया है। मैं अपने महान गणतंत्र की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में अटूट विश्वास के साथ इस परिणाम को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं।”
सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि यह यात्रा मेरे लिए एक बहुत सम्मान की बात रही है, जिसने मुझे उन मूल्यों के लिए खड़े होने का अवसर दिया है, जिन्होंने मेरे जीवन का मार्गदर्शन किया है। वो मूल्य संवैधानिक नैतिकता, न्याय और प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा से जुड़े़ हैं। उन्होंने कहा कि परिणाम उनके पक्ष में नहीं है फिर भी जिस व्यापक उद्देश्य को हम सामूहिक रूप से आगे बढ़ाना चाहते हैं, वह कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि वैचारिक संघर्ष और भी ज़ोरदार तरीके से जारी रहेगा।
रेड्डी ने कहा कि मैं विपक्षी दलों के नेताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया। हमारा लोकतंत्र केवल जीत से ही नहीं, बल्कि संवाद, असहमति और सहभागिता की भावना से भी मजबूत होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक नागरिक के रूप में, मैं समानता, बंधुत्व और स्वतंत्रता के उन आदर्शों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जो हमें एक सूत्र में बांधते हैं। कामना है कि हमारा संविधान हमारे राष्ट्रीय जीवन का मार्गदर्शक बना रहे।
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अंत में रेड्डी ने कहा कि मैं नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन को उनके कार्यकाल की शुरुआत पर शुभकामनाएं देता हूं। उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने जीत हासिल की। राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 तथा विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए।